नालंदा जिला में स्वतंत्रता दिवस की खुशियों में उस समय ग्रहण लगा. जब एक गांव से बम विस्फोट की खबर आई. विस्फोट बिहारशरीफ से सटे रहुई थाना के खाजे एतवार गांव में हुआ. धमाका इतना जबरदस्त था कि उसकी गूंज करीब 1 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी थी. विस्फोट में एक बच्चे का हाथ उड़ गया. जबकि तीन बच्चे गंभीर रुप से जख्मी हो गए. घायलों को इलाज के लिए बिहारशरीफ के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जबकि एक को पटना के पीएमसीएच में इलाज किया जा रहा है.
तीन जिंदा बम बरामद
बम विस्फोट की खबर मिलते ही डीएसपी निशित प्रिया दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंची. बम निरोधक दस्ता ने तीन और जिंदा बम बरामद किया. जिसे बाद में डिफ्यूज कर दिया गया.सवाल ये था कि अगर ये तीनों जिंदा बम फट जाते तो क्या होता? पुलिस ने सर्च करने के बाद मकान को सील कर दिया है.
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क्या है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि सीताराम बिन्द ने शिवकुमार साव से पुराना मकान खरीदा था. ये मकान 10 साल से बंद पड़ा था. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सीताराम बिंद का बेटा गौतम बच्चों के साथ घर की सफाई करने लगा. इस दौरान घर के आलमीरा पर एक झोला दिखाई दिया. झोला में बच्चों को गोला दिखाई दिया. फिर क्या था बच्चों ने गोला का निकाला और पटका. लेकिन कुछ हुआ नहीं. जिसके बाद बच्चों ने उसे डंडे से तोड़ने का प्रयास किया. इसी दौरान ब्लास्ट हो गया.
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जिसमें गौतम का हाथ उड़ गया. बाकी तीन बच्चे गंभीर रुप से जख्मी हो गए. वहीं कुछ गांव वालों का कहना है कि जिस मकान में बम विस्फोट हुआ है. उसकी खरीद-बिक्री को लेकर विवाद था. किसी एक पक्ष को फसाने के लिए मकान में बम रखा गया था.
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अब सवाल ये उठता है कि अगर बाकी तीनों बम फट जाते तो क्या होता ? दूसरा सवाल ये है कि अगर ये विस्फोट बिहारशरीफ शहर, बस अड्डे, रेलवे स्टेशन पर होता का क्या होता? ऐसे में पुलिस को गुनाहगारों को पकड़ना होगा. साथ ही बम बनाने की ट्रेनिंग देने वाले गिरोह का पर्दाफाश करना होगा. खैर गनीमत इस बात की है कि सभी चारों बच्चे अब खतरे से बाहर हैं.