बिहारशरीफ को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए 1 जून से काम शूरू होगा। स्मार्टसिटी में कब क्या बनेगा इसके लिए डेडलाइन भी तय कर दी गई है। लेकिन इस भीषण गर्मी में शहरवासियों के सामने सबसे बड़ा संकट पीने के पानी का है। आधे से ज्यादा बिहारशरीफ प्यासा है। कुएं में सूख गए हैं। पानी का स्तर इतना नीचे चला गया है कि हैंडपंप भी बेकार हो गए हैं। इस भीषण संकट से ग्रस्त बिहारशरीफ को स्मार्टसिटी बनाने के लिए सबसे बड़ी समस्या पेयजल की है। ऐसे में इसके लिए ड्रीम प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। इसके लिए बिहार शरीफ नगर निगम ने एक ड्रीम प्रोजेक्ट तैयार किया है.
क्या है ड्रीम प्रोजेक्ट
बिहार शरीफ में पीने के पानी की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने ड्रीम प्रोजेक्ट तैयार किया है । इसके तहत शहर के बगल से गुजरनेवाली पंचाने नदी में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का फैसला लिया है। इसके तहत स्मार्ट सिटी में एक करोड़ 20 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके तहत सातों दिन 24 घंटे पानी सप्लाई होगी। साथ ही शहर में आरओ भी लगाये जाने की बनाई है ।इस प्रोजेक्ट को तीन सालों में तैयार करने की योजना है।
क्या होता है वाटर ट्रीटमेंट प्लान जानिए
बिहार शरीफ को स्मार्टसिटी बनाने के लिए सबसे पहले सीवेज सिस्टम पर काम कर रही है। यानि शहर की नालियों को जोड़कर उसे पंचाने नदी तक ले जाया जाएगा। ताकि शहर में जल-जलाव न हो। इसके बाद यही नाली के पानी को फिर ट्रीटमेंट किया जाता है ताकि नदी का जल दूषित न हो । इसे सीवेज ट्रीटमेंट कहा जाता है। दूसरी ओर नदी के पानी को पीने लायक बनाने के लिए उसका शुद्धिकरण किया जाता है। जिसे वाटर ट्रीटमेंट कहा जाता है। दिल्ली और पटना जैसे महानगरों में ये पहले से चल रहा है। इसी पानी को फिर पीने के लिए घरों में सप्लाई किया जाएगा।
लेकिन सवाल ये उठता है कि शहर की आबादी जिस तरह से बढ़ रही है ऐसे में ये ड्रीम प्रोजेक्ट लोगों के 24 घंटे पानी के सपने को कितना पूरा कर पाएगा ये तो समय बताएगा । हालांकि बिहार नगर निगम की हर घर गंगाजल योजना ज्यादा कारगर साबित हो सकती है ।
क्या है हर घर गंगाजल योजना, इसे पढ़िए-बिहारशरीफ में घर-घर गंगाजल योजना जल्द