सरकारी स्कूलों के हेडमास्टर साहब और मास्टरसाहब पर आज से तीसरी आँख नजर रखेगी । तीसरी नजर ये देखेगा कि मास्टर साहब लोग टाइम से स्कूल पहुंचे कि नहीं ? स्कूल टाइम से खुला कि नहीं ? हेडमास्टर साहब स्कूल में हैं या अटेंडेंस लगाने के बाद गायब हो गए हैं ? मास्टर साहब अगर स्कूल में हैं तो बच्चों को पढ़ा रहे हैं या फेसबुक व्हाट्स एप पर बिजी हैं ? ऐसा तो नहीं है कि बच्चे क्लास में बैठे हैं और मास्टर साहब टांग पर टांग चढ़ाकर सो रहे हैं ? कहीं ऐसा तो नहीं है कि पढ़ाने के नाम पर मास्टरसाहब खाना पूर्ति कर रहे हैं ? ऐसा तो नहीं कि मास्टर साहब बच्चों को पहले ही छुट्टी देकर स्कूल बंद कर घर लौट गए हैं ? अब इन सवालों का जवाब देना मास्टर साहब को भारी पड़ने वाला है ।क्योंकि आज से जिले के सभी सरकार स्कूलों पर बेस्ट की नजर होगी ।
मास्टर साहब हो जाइए सावधान…16 अप्रैल से ‘बेस्ट’ बिगाड़ देगा खेल
यानि अब सरकारी स्कूलों की आज से ऑनलाइन मॉनीटरिंग की जाएगी। इसके लिए शिक्षा विभाग के योजना शाखा में कंट्रोल रूम बनाया गया है । जिसमें डीपीओ सहित तीन-चार कर्मचारियों का नाम और मोबाइल नंबर दिया गया है। इन नंबरों पर विद्यालय के हेडमास्टर और शिक्षकों की सारी गतिविधियों की जानकारी दी जाएगी। साथ ही बच्चों की उपस्थिति के अलावा पढ़ाई के लिए बनाई गई रूपरेखा के बारे में भी जानकारी दी जाएगी । नालंदा लाइव ने आपको पहले ही बताया था कि अब मास्टर साहब पर बेस्ट नजर रखेगा । यानि मोबाइल ऐप बेस्ट अब सरकारी स्कूल के मास्टर और हेडमास्टर पर नजर रखेगा। मसलन , टीचर ने आज क्लास में क्या क्या पढ़ाया इसकी भी पल पल की जानकारी जिला शिक्षा विभाग को मिलता रहेगा । दरअसल, शिक्षा विभाग को ये सारी शिकायतें मिलती थी कि टीचर बच्चों को स्कूल में पढ़ाते नहीं हैं वो अक्सर गायब रहते हैं और अगर स्कूल में रहते भी हैं तो आपस में गप्पे मारते हैं । शिकायत भी मिलती थी कि टीचर बच्चों को स्तरीय शिक्षा भी नहीं देते हैं । जिसके बाद शिक्षा निदेशालय ने शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए ये कदम उठाया है । ऐसे में नालंदा लाइव डॉट कॉम ये उम्मीद करता है कि शिक्षा की गुणवता में बढ़ोतरी तो होगी लेकिन असली सवाल ये है कि इसे कितनी इमानदारी के साथ लागू किया जाता है । या ये भी महज एक खानापूर्ति बनकर रह जाएगी ।
नालंदा लाइव के इनबॉक्स में जाकर आप अपना जवाब दीजिए.. क्या सरकार के इस कदम से शिक्षा की गुणवता में सुधार आएगा या ये भी महज खानापूर्ति मात्र रह जाएगा ?