
बिहारशरीफ के रामचंद्रपुर बस स्टैंड की बंदोबस्ती का आखिरी प्रयास 31 मार्च को किया जाएगा। अगर उस दिन बंदोबस्ती हो गई तो ठीक नहीं तो स्टैंड वसूली के लिए नगर निगम अपने स्तर से करने का प्रक्रिया शुरू कर देगा। इस बात की जानकारी नगर आयुक्त सौरभ जोरवाल ने दी। उन्होंने बताया कि पहले और दूसरे चरण की बंदोबस्ती में कोई भी बोली लगाने नहीं आया था। रामचंद्रपुर बस स्टैंड की बंदोबस्ती की न्यूनतम दर 67 लाख 36 हजार 892 रुपया निर्धारित किया गया है। नगर आयुक्त ने बताया कि रामचंद्रपुर बस स्टैंड की बंदोबस्ती पहले चरण की 09 मार्च व दूसरे चरण की 28 मार्च को कराने के लिए प्रयास किया गया। लेकिन इस बंदोबस्ती में कोई भी शामिल नहीं हुआ उसके बाद आखिरी प्रयास 31 मार्च को किया जाएगा। बंदोबस्ती हो गई तो ठीक नहीं तो खुद नगर निगम रामचंद्रपुर बस स्टैंड से परिचालित होने वाले वाहनों को प्रीपेड कार्ड उपलब्ध कराएगा और ऑन स्पाट कैश की लेनदेन समाप्त कर देगा। स्मार्ट सिटी का जो प्रपोजल रखा गया था उसमें भी इस व्यवस्था का जिक्र किया गया था। इस व्यवस्था से बस संचालकों को बहुत सुविधा होगी। वहीं नगर निगम के राजस्व में भारी बढ़ोत्तरी की संभावना है। इस व्यवस्था से नगर निगम की पारदर्शिता बनी रहेगी। वहीं बसों के किए जाने वाले अवैध वसूली पर स्थायी रूप से रोक लग जाएगी। रामचन्दपुर बस स्टैंड के पूरे कैंपस पर नगर निगम को जो पुलिस फोर्स सरकार मुहैया करा रही है उसकी नजर रहेगी। यहां बता दें कि पिछले नौ मार्च को कारगिल व रामचंद्रपुर बस स्टैंड के बंदोबस्ती किया जाना था लेकिन कारगिल बस स्टैंड की बंदोबस्ती पूरी हो गई वहीं रामचंद्रपुर बस स्टैंड की बंदोबस्ती में कोई शामिल होने नहीं आया।