कोरोना वायरस नालंदा में धुआंधार बैटिंग कर रहा है. हालात ये है कि कोरोना ने गुरुवार को एक बार फिर शतक जड़ दिया है. जिले में कोरोना के 100 नए मरीज मिले हैं. बिहारशरीफ सदर अस्पताल के एक और डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिससे स्वास्थ्यकर्मियों में दहशत है
नगर निगम तक पहुंचा कोरोना
बिहारशरीफ नगर निगम में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है। एक साथ 4 लोगों को पाॉजिटिव आने के बाद निगम कर्मियों में दहशत का माहौल बना है।
बिहारशरीफ में 57 नए मरीज मिले
बिहारशरीफ में 57 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसमें सदर अस्पताल के एक डॉक्टर भी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं. इसके अलावा रजिस्ट्री ऑफिस से 2, लहेरी थाना और बिहार थाना में दो-दो पुलिसवाले कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. डीएम ऑफिस से एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव निकला है. इसके अलावा श्रृंगारहाट में कोरोना के 5 नए मरीज मिले हैं. साथ ही सुदरगढ़ और मथुरिया मुहल्ला में भी 3-3 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके अलावा बैगनाबाद में 1, जलालपुर में 1, अम्बेर में 2, कमरूद्दीगंज में 1,बिचली खंदक से1 , सोहसराय से 2, रामचंद्रपुर से 2, छोटी पहाड़ी से 1, गढ़पर से 1, नालंदा कॉलेज से दो, पुलिस लाइन से दो, मुरौरा से दो, सकुनत कलां 1, डॉक्टर कॉलोनी से एक, दीपनगर से एक, कागजी मोहल्ला से एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिला है. इसके अलावा अन्य लोग हैं
रैपिड टेस्ट में 33 का रिपोर्ट पॉजिटिव
गुरूवार को सदर अस्पताल में हो रहे रैपिड टेस्ट रिपोर्ट में 33 लोगों का रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। जिसमें बिहारशरीफ शहरी क्षेत्र से 20, हिलसा से 10 और चंडी से 3 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।
बेन में डॉक्टर और नर्स समेत भी पॉजिटिव
बेन में एक चिकित्सक समेत दो नर्स कोरोना की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. जिससे स्वास्थ्य कर्मियों में खासा दहशत है. इससे पहले बेन थाना और अंचल प्रखंड से 18 लोग पहले ही पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसके बाद थाना और प्रखंड कार्यालय को सील किया जा चुका है
परवलपुर में भी स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव
परवलपुर पीएचसी से दो महिला स्वास्थ्य कर्मी पॉजिटिव हुई हैं। जिसके बाद लोगों में दहशत का माहौल है.
आंकड़ा 850 तक पहुंचा
नालंदा जिला में कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद बढ़कर 847 पहुंच गया है। जिसमें 435 लोग अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं और 11 लोगों की अब तक मौत हो गई है . जबकि बाकियों का इलाज किया जा रहा है
डोर टू डोर सर्वे होगा
कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए फिर से डोर टू डोर सर्वे अभियान चलाया जाएगा . सिविल सर्जन डॉ. राम सिंह ने कहा कि समीक्षा के दौरान दो बाते सामने आई है। पहला गाइडलाइन के अनुसार सैम्पलिंग नहीं होना और दूसरा सर्वे के दौरान होम क्वारंटाइन लोगों द्वारा स्वास्थ्य संबंधित सही जानकारी नहीं देना है।