11 मार्च को आयोजित दारोगा बहाली परीक्षा रद्द नहीं होगी. बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने किसी गिरोह द्वारा पेपर लीक करने की घटना को खारिज कर दिया है.. आयोग ने सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र को वायरल करने वाले आरोपी की पहचान कर ली है । उसका नाम अजीत कुमार है । वो गया जिले के धनसुरा गांव का रहने वाला है । आयोग के मुताबिक अजीत किसान इंटर कॉलेज, प्रेतशिला, गया पर परीक्षा दे रहा था और परीक्षा के दौरान ही इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की मदद से प्रश्नपत्र के कुछ हिस्से को फेसबुक पर अपलोड किया था. आरोपी अजीत के खिलाफ गया जिले के ही चंदौती थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है ।
लेकिन www.nalandalive.com के सवाल हैं
1.आखिर परीक्षा केंद्र पर कोई छात्र इलेक्ट्रॉनिक सामान लेकर कैसे गया ?
- अगर उसने फेसबुक पर इसे अपलोड किया है तो उसके पास स्मार्टफोन जरूर रहा होगा ?
- अगर मोबाइल फोन नहीं था तो फिर उसे इंटरनेट समेत कंप्यूटर मुहैया कराई गई होगी?
- अगर उसने फेसबुक पर अपलोड किया है तो उसके पास मोबाइल में कैमरा भी रहा होगा तभी प्रश्नपत्र का फोटो अपलोड किया गया होगा ?
- इस बात की क्या गारंटी है कि बाकी 740 सेंटर थे छात्र मोबाइल लेकर नहीं गए होंगे ?
- क्या उस सेंटर के पर्यवेक्षक और केंद्राधिक्षक के खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए ?
- उन छात्रों का क्या होगा जो इस परीक्षा के लिए दिन रात एक पढाई की थी । क्या ऐसे छात्रों के साथ भेदभाव नहीं हो रहा है ?