बिहारशरीफ में रेलवे स्टेशन पर अचानक भगदड़ मच गई। देखते-देखते लोग इधर-उधर भागने लगे। किसी को कुछ समझ में नहीं आ रहा था। बस सब इधर-उधर भाग रहे थे। इस दौरान कई लोगों के पैर टूटे, तो कई लोगों को गंभीर चोटें आई। घायलों को इलाज के लिए बिहारशरीफ के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दरअसल,बिहारशरीफ में 13 सेंटरों पर आईटीआई की परीक्षा आयोजित की गई है। परीक्षा देने के लिए बड़ी संख्या में दूसरे जिले से छात्र बिहारशरीफ पहुंचे थे। रविवार को सुबह 10 बजे से एग्जाम था। लिहाजा शनिवार रात में ही छात्र बिहारशरीफ पहुंच गए थे। रात गुजारने के लिए करीब सात हजार छात्र बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन पर ही रुक गए। रात गहराती जा रही थी। छात्र भी गहरे नींद में थे। रात के दो बजे के करीब कुछ असमाजिक तत्वों ने भूकंप आया भूकंप आया चिल्लाना शुरू कर दिया। जिसके बाद छात्र बिना कुछ सोचे समझे इधर-उधर भागने लगे। पूरे रेलवे स्टेशन पर अफरातफरी मच गई। नींद की वजह से कई छात्र सीढ़ियों से लुढ़क गए। कई छात्रों का मोबाइल गिर गया। तो कईयों के पर्स खो गए। कई छात्रों के पैर टूट गए। तो कईयों को गंभीर चोटें आई।गनीमत ये रही कि कोई अनहोनी नहीं हुई। किसी की जान नहीं गई। अफरातफरी और भगदड़ की सूचना रेल पुलिस ने स्थानीय जिला प्रशासन को दिया। जिसके बाद पुलिस ने घायल छात्रों को इलाज के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल में भर्ती कराया।कई छात्रों को तो प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया और वो परीक्षा में शामिल हुए। लेकिन कई छात्रों का परीक्षा छूट गया।घायल छात्रों में अधिकतर छात्र सुपौल और सहरसा के रहने वाले हैं। ये हादसा अपने आप में सीख भी उन छात्रों के लिए हमसब के लिए की अफवाह पर ध्यान न दें। बिना सोचे समझें इधर-उधर न भागें। नहीं तो आपकी जान भी जा सकती है।