नालंदा जिले में तीन चिकित्सक समेत 16 स्वास्थकर्मियों का वेतन काटा गया है। इसमें हरनौत अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी भी हैं। सीएस डॉ. सुबोध प्रसाद सिंह ने इन स्वास्थकर्मियों का वेतन काटते हुए तीन दिनों में स्पष्टीकरण मांगा है। इससे पहले आज सिविल सर्जन औचक निरीक्षण पर हरनौत अस्पताल पहुंचे। वहां अस्पताल के जनरल वार्ड का मुआयना किया। वहां लगे चार पंखों में से मात्र एक पंखा चल रहा था। ओटी में एलईडी बल्ब की जगह सामान्य बल्ब लगा था। दवा और चिकित्सकों की ड्यूटी रोस्टर भी नहीं रख गया था। चिकित्सा प्रभारी डॉ. अरविंद सिंह समेत आठ स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी से गायब थे। जिसके बाद सिविल सर्जन नाराज हो गए और कार्रवाई करने का आदेश दिया । हरनौत के बाद वे चंडी अस्पताल पहुंचे। वहां की व्यवस्था और दवा उपलब्धता तो ठीक थी, लेकिन छह स्वास्थकर्मी गायब मिले। चंडी के बाद नूरसराय अस्पताल पहुंचे तो वहां भी दो स्वास्थ्यकर्मी गायब मिले। जिसके बाद सिविल सर्जन साहब का गुस्सा सांतवें आसमान पर पहुंच गया । जिसके बाद उन्होंने सभी का वेतन काटने का आदेश दिया साथ ही कारण बताओ नोटिस भी जारी किया । सीएस ने कहा कि काम में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी ।
इनके कटे वेतन
हरनौत अस्पताल- चिकित्सा प्रभारी डॉ. अरविंद सिंह, हेल्थ मैनेजर, एएनएम रिंकु कुमारी, लेखापाल मुकेश कुमार, लिपिक श्रीनिवास, स्वास्थ्य प्रशिक्षक जयराम सिंह, फर्मासिस्ट मदन सिंह, स्वास्थ्य सेवक अजित कुमार।
चंडी अस्पताल- दंत चिकित्सक डॉ. अभिषेक कुमार, चक्षु सहायक भूषण कुमार, एएनएम प्रेमलता कुमारी, महिला सेविका भारती कुमारी, फर्मासिस्ट स्वेतांजलि, अरविंद कुमार।
नूरसराय अस्पताल- डॉ. ओमप्रकाश, नन मेडिकल अस्सिटेंट अनिल कुमार सिन्हा।