कोरोना संकट के वक्त एक और बुरी खबर आई है. पटना एम्स के नर्सिंग स्टाफ कर्मचारी और सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं. पिछले 2 महीने से सैलरी नहीं मिलने के कारण स्टाफ ने काम बंद कर दिया है.
पटना एम्स है कोरोना अस्पताल
पटना एम्स को सरकार ने कोविड-19 हॉस्पिटल बना रखा है. यहां सिर्फ कोरोना के मरीजों का ही इलाज किया जा रहा है. लेकिन नर्सिंग स्टाफ कर्मचारी और सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने के बाद यहां स्वास्थ्य सेवाओं पर संकट खड़ा हो गया है.
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दो महीने से वेतन नहीं
हड़ताल पर गए नर्सिंग स्टाफ कर्मचारियों और सफाई कर्मियों का कहना है कि पिछले 3 महीने से यह सभी कोविड-19 काम कर रहे हैं, इसके बावजूद इनको पिछले 2 महीने से सैलरी नहीं मिली कर्मियों का आरोप है कि काम के दौरान संक्रमित होने के बावजूद ना तो उनका और ना ही उनके परिवार के सदस्यों का इलाज एम्स में हो पा रहा है.
मरीजों की बढ़ेगी परेशानी
बिहार में कोरोना महामारी कहर बनकर टूट रहा है. हालात कम्यूनिटी स्प्रेडिंग जैसी है. ऐसे में अगर स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल जारी रही तो मरीजों और उनके परिजनों की मुश्किलें बढ़ने वाली है