नालंदा की ‘लेडी सिंघम’ ने दो कुख्यात अपराधियों को धर दबोचा

0

नालंदा की लेडी सिंघम का अपराधियों के लिए काली और दुर्गा साबित हो रही है। जिन कुख्यात अपराधियों के नाम से पूरा इलाका थर्राता था। आज लेडी सिंघम उसे हवालात के पीछे पहुंचा दी है।

अपराधियों पर दुर्गा बनकर टूटती हैं लिपि सिंह
आईपीएस अधिकारी लिपि सिंह पटना जिले के बाढ़ में तैनात हैं। वो बाढ़ और टाल क्षेत्र को अपराध मुक्त बनाने में जुटी हैं। इसके तहत अबतक दर्जनों अपराधियों को सलाखें की पीछे पहुंचा चुकी हैं। लिपि सिंह ने आज एकबार फिर बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें टाल क्षेत्र का आतंक माना जाने वाला कुख्यात मौली यादव शामिल है।

इसे भी पढ़िए-नालंदा की लेडी सिंघम को मिला बाढ़ की कमान

कहां से हुई गिरफ्तारी
ASP लिपि सिंह के मुताबिक उन्हें गुप्त सूचना मिली की मौली यादव और उसके सहयोगी अवधेश यादव को घोसवरी थाना क्षेत्र के तारतर गांव में देखा गया। सूचना मिलते ही लिपि सिंह एक्शन में आ गईं। तुरंत तारतर गांव में छापेमारी की गई। जहां से मौली यादव और टिंकू यादव को गिरफ्तार किया गया। तलाशी के दौरान टिंकू यादव के पास से एक देसी कट्टा और पांच गोलियां बरामद हुई हैं।

कौन है मौली यादव
एएसपी लिपि सिंह के मुताबिक मौली यादव इलाके का कुख्यात अपराधी है। मौली यादव कई मामलों में वांछित होने के साथ-साथ चर्चित रोडरेज मामले का भी अभियुक्त है। लिपि सिंह ने बताया कि 7 सितंबर 2016 को बाइक को साइड देने के सवाल पर मोर निवासी सनी उर्फ कन्हाई की हत्या कर दी गई थी,जिसमे जातीय आधार पर काफी बबाल मचा था। उस हत्याकांड में मौली यादव और अवधेश यादव की अहम भूमिका थी। घटना के बाद 7 सितंबर 2016 से ही मौली यादव लगातार फरार चल रहा था।

उन्होंने बताया कि मौली यादव के खिलाफ स्पीडी ट्रायल चलाया जायेगा। इसे लेकर घोसवरी थाने को निर्देश दिया गया है।

Load More Related Articles
Load More By Nalanda Live
Load More In खास खबरें

Leave a Reply

Check Also

योगी राज में मारा गया एक और माफिया.. कई जिलों में धारा 144 लगाई गई

कहा जाता है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ माफिया के लिए काल हैं.. उनके राज में कोई…