गुकेश बने शतरंज के नए शहंशाह.. चीन को दिया मात.. बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

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भारत के गुकेश ने इतिहास रच दिया है । जो अब तक कोई नहीं कर पाया था वो इंडिया के गुकेश ने कर दिखाया है । 18 साल के भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने सिंगापुर में वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया। उन्होंने चीन के डिफेंडिंग चैंपियन डिंग लिरेन को 7.5-6.5 से फाइनल में हराया।

सबसे कम उम्र का चैंपियन
गुकेश ने चीन के डिंग लिरेन को हराकर सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बन गए हैं। 18 साल की उम्र में गुकेश शतरंज के 18वें विश्व चैंपियन भी बन गए हैं । गुकेश ने गैरी कास्परोव का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ दिया है । गैरी कास्परोव साल 1985 में सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन थे । तब गैरी कास्परोव की उम्र 22 साल थी। लेकिन गुकेश ने 18 साल की उम्र में ही ये कारनामा कर दिखाया है ।

दूसरे भारतीय खिलाड़ी
गुकेश चेस के वर्ल्ड चैंपियन बनने वाले भारत के दूसरे ही प्लेयर बने हैं। साल 2012 में विश्वनाथन आनंद चेस चैंपियन बने थे। गुकेश ने 17 साल की उम्र में FIDE कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट भी जीता था। तब वह इस खिताब को जीतने वाले भी सबसे युवा प्लेयर बन गए थे।

‘मेरे जीवन का बेस्ट मोमेंट’
वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद गुकेश ने कहा कि लिरेन का ब्लंडर मेरे जीवन का बेस्ट मोमेंट रहा। जब उन्होंने ब्लंडर किया, तब मुझे समझ नहीं आया, मैं अपनी नॉर्मल चाल चलने वाला था। तभी मैंने देखा कि उनका हाथी मेरे हाथी के निशाने पर हैं। मैंने उसे मारा और अपने ऊंट से उनके ऊंट को मार दिया। मेरे पास एक प्यादा ज्यादा बचना ही था, आखिर में वह बचा और लिरेन ने रिजाइन कर दिया।

14 वें गेम में जीता टाइटल
गुकेश ने चीनी प्लेयर डिंग लिरेल को 14वें गेम में हराकर वर्ल्ड चैंपियनशिप जीत लिया है । 25 नवंबर को चैंपियनशिप का फाइनल शुरू हुआ था, 11 दिसंबर तक दोनों के बीच 13 गेम खेले गए। स्कोर यहां 6.5-6.5 से बराबर था। गुकेश ने आज 14वां गेम जीता और एक पॉइंट की बढ़त लेकर स्कोर 7.5-6.5 कर दिया।

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