प्रवासी बिहारी मजदूरों की घर वापसी को लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई है . कभी नीतीश कुमार के सहयोगी रहे प्रशांत किशोर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इस्तीफा मांगा है । चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने दूसरे राज्यों से बिहार आने वाले लोगों के साथ हो रहे दिल दुखाने वाले बर्ताव पर बिहार के मुख्यमंत्री की आलोचना की और उनके इस्तीफे की मांग की।
प्रशांत किशोर ने क्या कहा
प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कहा कि कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने की सरकार की कोशिशों की एक और भयावह तस्वीर। देश के अनेक हिस्सों से भारी मुश्किलों का सामना करके बिहार पहुंचने वाले गरीब लोगों के लिए सामाजिक दूरी बनाने और पृथक रखने की नीतीश कुमार की यह व्यवस्था दिल दुखाने वाली है। नीतीश को इस्तीफा देना चाहिए।
.#Corona संक्रमण से लोगों को बचाने के सरकारी प्रयासों की एक और भयावह तस्वीर –
भारी तकलीफ़ और मुसीबतों को झेलकर देश के कई हिस्सों से बिहार पहुँचने वाले गरीब लोगों के लिए #NitishKumar की #SocialDistancing और #Quarantine की ये व्यवस्था दिल दहलाने वाली है।#NitishMustQuit pic.twitter.com/ot3hygGRk7
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) March 29, 2020
पीके वीडियो में क्या है
प्रशांत किशोर ने एक छोटा वीडियो टैग किया जिसमें एक स्थान में कुछ लोग बंद हैं और उनमें से एक अपनी कठिनाइयों का जिक्र करते हुए रोने लगता है। लॉकडाउन की वजह से देश के विभिन्न हिस्से से कामगार अपने गृह राज्य बिहार लौट रहे हैं, ऐसे में राज्य सरकार ने उन्हें पृथक रखने के लिए केन्द्र बनाएं हैं।
नीतीश के समर्थन में उतरे शक्ति यादव
हिलसा के आरजेडी विधायक और पूर्व प्रवक्ता शक्ति यादव ने नीतीश कुमार का समर्थन किया है. शक्ति यादव का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना के खिलाफ अच्छी लड़ाई लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने संसाधनों का अच्छा इस्तेमाल कर लोगों को कोरोना से बचाने में जुटे हैं