
बिहार में कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. पिछले 12 घंटे में कोरोना के 6 नए मरीज मिलने के बाद राज्य सरकार एक्शन में हैं. सूबे में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 72 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग ने सूबे के 4 जिलों में घर घर जाकर स्क्रीनिंग करने का आदेश दिया है.
किन जिलों में स्क्रीनिंग
कोरोना से प्रभावित बिहार के 12 जिलों में स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर कोरोना की स्क्रीनिंग करेगी. जिसमें पहले चरण में 4 जिले नालंदा,नवादा, सीवान और बेगूसराय में स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर संदिग्धों की स्क्रीनिंग कर रही है. वहीं दूसरे चरण में बाकी 8 जिलों में कोरोना की स्क्रीनिंग होगी.
2700 लोगों की बनाई गई टीम
स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए 2700 लोगों की टीम बनाई है. इसमें पारामेडिक्स स्टाफ, नगर पालिका और पुलिस की टीम शामिल है. दो चरण के अभियान में करीब चार लाख से अधिक घर स्कैन होने हैं. कोरोना मरीजों की पहचान के लिए ये टीम हर घर जाएगी और घर के मुखिया को एक प्रिंटेड फॉर्म दिया जाएगा.
घर के मुखिया को भरना होगा फॉर्म
इस फॉर्म में परिवार के मुखिया को लिखित में परिवार की कुछ अहम जानकारी देनी होगी. मसलन उनके घर मे कितने सदस्य हैं और कोई सदस्य पिछले एक महीने में विदेश से या कहीं अन्य जगह से तो नहीं आया है. घर के किसी सदस्य को सर्दी, खांसी, बुखार या सांस लेने में समस्या तो नहीं है. परिवार के सदस्यों की उम्र कितनी है. गांव, मोहल्ला, थाना जैसी जानकारी भी शामिल की गई है.इसके साथ फॉर्म में एक कॉलम में कहा गया है कि यदि परिवार के किसी सदस्य को ऊपर दी गई कोई बीमारी होती है, तो परिवार के सदस्य यह जानकारी अपने जिले के सिविल सर्जन नियंत्रण कक्ष और जिला नियंत्रण कक्ष को तत्काल दें.
16 April से सिवान, बेगुसराय, नवादा एवं नालंदा, इन 4 ज़िलों में घर-घर Covid-19 के संक्रमण पर गहन सर्वेक्षण आरंभ किया जा रहा है, और यह सर्वे पल्स पोलियो अभियान के तर्ज़ पर किया आधारित है #covid19FreeBihar @drharshvardhan @IPRD_Bihar @sanjayjavin @mangalpandeybjp @ANI @UNICEFIndia pic.twitter.com/sJM9d3n0bS
— State Health Society Bihar (@SHSBihar) April 15, 2020
कोरोना को हराने की मुहिम
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार के अनुसार, कोरोना के फैलाव को रोकने और इसे पूरी तरह समाप्त करने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है. राज्य के लोगों का दायित्व है कि वे सरकार को मदद करें, ताकि कोरोना महामारी को जड़ से समाप्त किया जा सके.
बिहार बना पहला राज्य
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की टीम यह प्रक्रिया दो चरणों में अगले आठ दिनों में संपन्न करायी जाएगी। बिहार पहला राज्य है, जहां घर-घर जाकर कोरोना संदिग्धों की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि संदेह होने पर आगे आकर अपनी जांच कराएं और घर-घर जाने वाली स्वास्थ्य विभाग की टीम की मदद करें, ताकि जल्द से जल्द राज्य में कोरोना पर काबू पाया जा सके।
बिहार के विभिन्न जिलों से अबतक कुल 72 कोरोना मरीज मिले हैं, 2 नयें मरीज मिलें – एक पटना और एक वैशाली से। घबरायें नहीं और संयम रखें, हम सब मिलकर #Covid19FreeBihar जरूर लाएंगे।#IndiaFightsCorona #StayHome@mangalpandeybjp @sanjayjavin @UNICEFIndia @MoHFW_INDIA @dm_patna @WHO pic.twitter.com/RLIupwgOp0
— State Health Society Bihar (@SHSBihar) April 15, 2020