
पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरएलएसपी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा रविवार को शहीद रौशन कुमार के घर पहुंचे. उपेंद्र कुशवाहा ने शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बढ़ाया और हर संभव मदद का भरोसा दिया
पूरे बिहारवासियों को है रौशन पर नाज
उपेंद्र कुशवाहा रविवार को सिलाव प्रखंड के फतेहपुर गांव पहुंचे. जहां उन्होंने शहीद सीआरपीएफ जवान रौशन कुमार को श्रद्धांजलि दी. रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने शहीद के माता-पिता और भाई से मुलाकात कर उनका ढांढस बंधाया. साथ ही कहा कि रौशन की शहादत नालंदा ही नहीं पूरे बिहारवासियों को नाज है .
परिवार के एक सदस्य को नौकरी की मांग
आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने रौशन परिवार के एक सदस्य के लिए नौकरी की भी मांग की. उन्होंने कहा कि परिवार की आर्थिक हालत खराब है ऐसे में कम से कम एक नौकरी देनी चाहिए ताकि वह परिवार चला सके।
सेना की तरह की अर्धसैनिकों को भी मिले सम्मान
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जैसे बॉर्डर पर जान गंवाने वाले जवानों को शहीद का दर्जा मिलता है . वैसे ही अर्धसैनिक बलों के जवानों को जो देश की सेवा करने में अपना जान गंवाते हैं उन्हें भी शहीद का दर्जा मिलना चाहिए
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में सीआरपीएफ की 195 वीं बटालियन में तैनात रौशन कुमार शहीद हो गए थे. जिनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किया गया