बिहार में महागठबंधन में ऑल इज वेल नहीं है. पहले मांझी ने महागठबंधन से नाता तोड़ा अब उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन को गच्चा देने के फिराक में हैं. बताया जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा की घर वापसी हो सकती है.
एनडीए का थाम सकते हैं दामन
सूत्रों के हवाले से खबर है कि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी एनडीए में शामिल हो सकता है. आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले उपेंद्र कुशवाहा एनडीए से अलग हो गए थे. लेकिन एक बार फिर एनडीए में शामिल हो सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि इसके लिए डील पक्की हो गई है.
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आज हो सकता है एलान
रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने गुरुवार को राष्ट्रीय और प्रदेश कार्यकारिणी की आपातकालीन संयुक्त बैठक बुलायी है. पटना के राजीव नगर स्थित एक कम्युनिटी हॉल में गुरुवार को 11 बजे होनेवाली इस बैठक के बाद उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन से अलग होने अथवा एनडीए में शामिल होने की घोषणा कर सकते हैं. वहीं, सीटों के बंटवारे को लेकर महागठबंधन से टूटकर एनडीए का हिस्सा बने हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कुशवाहा को पीएम मोदी या नीतीश कुमार से संवाद करने की सलाह दी है.
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35 सीटें मांग रहे हैं कुशवाहा
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने विधानसभा चुनाव में करीब 35 सीटों की मांग की थी. उपेंद्र कुशवाहा इस मामले में तेजस्वी प्रसाद यादव से दो बार मिले भी थे. इससे पहले पार्टी पदाधिकारी सूची के साथ राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद से उनके कार्यालय में मिले थे. रालोसपा सूत्रों का कहना है कि महागठबंधन का सबसे बड़ा दल राजद रालोसपा को दस-बाहर सीट से अधिक देने को तैयार नहीं है.
माधव आनंद ने दिए संकेत
रालोसपा के प्रधान महासचिव का कहना था कि राजनीति संभावनाओं की चीज है. बैठक के बाद कठोर से कठोर निर्णय लेने में नहीं हिचकेंगे. जनता को शिक्षा-स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधा देने में जो रुचि रखते हैं, उनका साथ देने में हमको कोई दिक्कत नहीं है.