नालंदा जिला के किसानों के लिए बहुत जरूरी खबर है। नालंदा जिला के किसानों को इस बार डीजल अनुदान के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। ऑनलाइन आवेदन नहीं करने वाले किसानों को डीजल अनुदान नहीं दिया जाएगा। इस बात की घोषणा नालंदा के जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन ने की।
ऑनलाइन आवेदन या रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी
नालंदा के जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन के मुताबिक किसानों को इस बार सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। जिनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं होगा उन्हें डीजल अनुदान नहीं मिलेगा। इसके लिए किसान किसी भी कॉमन सर्विस सेंटर, सहज या वसुधा केंद्र से नि:शुल्क निबंधन या ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस योजना में बंटाइदारों को भी शामिल किया गया है। इसके लिए उन्हें अपने आसपास के दो किसानों का शपथनामा ऑनलाइन आवेदन के समय देना होगा।
एक मोबाइल नंबर से एक ही रजिस्ट्रेशन
किसानों को रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड और मोबाइल नंबर देना जरूरी होगा। एक मोबाइल नंबर से एक ही किसान का रजिस्ट्रेशन होगा। अगर एक घर में एक से अधिक किसान हैं और खेती बाड़ी में लगे हैं। धान की खेती कर रहे हैं तो जितने किसान हैं, उन सभी को अपना अलग-अलग मोबाइल नंबर देना होगा। साथ ही किसानों को अपना आधार कार्ड नंबर भी देना होगा
कितना मिलेगा डीजल अनुदान
इस साल सरकार किसानों को खेती के लिए दो बार डीजल अनुदान देगी। डीजल अनुदान के रूप में बिचड़े की दो बार सिंचाई के लिए 8 सौ रुपए और धान के पौधे की तीन बार सिंचाई के लिए 12 सौ रुपए प्रति एकड़ देगी। किसानों का निबंधन कराने की जवाबदेही किसान सलाहकार और समन्वयकों को दी गयी है। इसकी मॉनिटरिंग प्रखंड कृषि पदाधिकारी करेंगे।
अनुदान राशि आने की प्रक्रिया समझिए
डीजल अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन भरने के 25वें दिन किसान के खाते में अनुदान की राशि चली जाएगी। आवेदन भरे जाने के 10 दिनों के अंदर प्रखंड कृषि पदाधिकारी को इसकी जांच पड़ताल कर ऑनलाइन रिपोर्ट आगे भेज देनी है। अगर ऐसा नहीं होता है तो 10 दिन बाद स्वत: इस स्तर से इसे स्वीकार माना जाएगा और आवेदन जिला कृषि पदाधिकारी के पास चला जाएगा। वहां सात दिनों में हर हाल में इसकी जांच पड़ताल के बाद राज्य सरकार के पास रिपोर्ट भेज देनी है। सात दिनों के बाद किसी तरह का कमेंट नहीं आने पर स्वत: इसे स्वीकार मानते हुए आगे भेज दिया जाएगा। जहां से संबंधित बैंक के माध्यम से दो दिनों में किसानों के खाते में अनुदान की राशि जमा कर दी जाएगी। आवेदन भरने की तिथि से अधिकतम 25 दिनों के अंदर अनुदान राशि हर हाल में किसानों को मिल जाएगी।