बिहारशरीफ के महलपर मोहल्ले में शुक्रवार की सुबह जमकर बवाल हुआ। ऐसा लग रहा था कि भीड़ ने कुछ देर के लिए इलाके को अपने कब्जे में कर लिया है। पुलिस प्रशासन भीड़ के सामने बौनी साबित हो रही थी। लोग बवाल काट रहे थे। लोगों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी। पुलिस पर भी पथराव किया। जिसमें डीएसपी समेत कई पुलिसवाले जख्मी हो गए। लोगों का गुस्सा इस कदर फूटा था कि हत्यारे को छत से नीचे फेंक दिया। ये पूरा मामला दिवाकर की हत्या के बाद शुरू हुआ था। आखिर क्यों हुई थी दिवाकर की हत्या ? किसने और क्यों दिवाकर को मार डाला? भीड़ ने क्यों खोया था आपा? बवाल में किसकी किसकी हुई गिरफ्तारी ? अब आप सिलसिलेवार तरीके से पूरा मामला समझिए
स्टेशन से लौटते वक्त दिवाकर का मर्डर
शुक्रवार की सुबह बिहारशरीफ के खैराबाद का रहने वाला दिवाकर अपनी मौसी को स्टेशन छोड़कर वापस लौट रहा था। दिवाकर अपनी मोपेड से आ रहा था। जबकि दिवाकर का बड़ा भाई दीपक पीछे से बाइक से आ रहा था। दिवाकर जैसे ही महलपर मोहल्ले के पास पहुंचा। वहां दो बाइक पर पहले से ही चार बदमाश बैठे थे। जैसे ही दिवाकर वहां पहुंचा। बदमाशों ने दिवाकर के सिर में गोली मार दी। जिससे मौके पर ही दिवाकर की मौत हो गई। भाई को गोली मारता देख पीछे से आ रहे दीपक ने शोर मचाना शुरू कर दिया। बदमाशों ने दीपक पर भी गोली चलाई। लेकिन वो बच गया। शोर सुनकर लोग दौड़ पड़े। लोगों को आता देख तीन बदमाश तो बाइक से फरार हो गए। लेकिन एक बदमाश रजनीकांत सिंह को लोगों ने पकड़ लिया। उसकी जमकर पिटाई की गई। हालांकि इस दौरान वो जान बचाने के लिए एक घर में जा घुसा ।
घर में जा घुसा बदमाश,लोगों ने तोड़ डाले दरवाजे
लोगों से घिरा देख दरोगा बिगहा का रहने वाला रजनीकांत सिंह एक घर में जा घुसा। बताया जा रहा है कि वो उसके पहचान वाले का था। ऐसे में भीड़ से बचने के लिए घर में जा घुसा। घरवालों ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। पहले लोगों ने हत्यारे को उन्हें सौंपने की मांग की। लेकिन जब वो बाहर नहीं निकला तो गुस्साई भीड़ ने घर का दरवाजा तोड़ डाला और घर में घुस गए। भीड़ ने जमकर बदमाश की पिटाई की।
गुस्साई भीड़ ने कई गाड़ियों को फूंक डाला
वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम महलपर पहुंची। पुलिस को देखते ही लोगों का गुस्सा और भड़क उठा। गुस्साए लोगों कई गाड़ियों में आग लगा दी। साथ ही पुलिसवाले पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस लोगों से हत्यारे को सौपने की मांग कर रहे थे। लेकिन गुस्साई भीड़ हत्यारे की जान लेने पर उतारू थी।
हत्यारे को छत से नीचे फेंक दिया
पुलिस का दवाब बढ़ता देख लोग हत्यारे को बालकनी में ले गए और छत से नीचे फेंक दिया। लोगों में इतना गुस्सा था कि हत्यारे को जलती मोटरसाइकिल और साइकिल पर फेंका। लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसकी जान बचा ली।
कई पुलिसवाले और पत्रकारों को आई चोटें
उधर,भीड़ द्वारा की गई रोड़ेबाजी में कई पुलिसवाले जख्मी हो गए। डीएसपी को भी चोटें आई । भीड़ ने मीडियाकर्मियों को भी निशाना बनाया। उन्हें भी चोटें आईं।
तबाही की थी पूरी तैयारी
भीड़ ने घर से एक गैस से भरा एक सिलेंडर निकाला और उसमें आग लगाने की कोशिश की। लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। सोचिए अगर सिलेंडर में आग लग जाती तो क्या होता।
कोल्ड ड्रिंक को लेकर हुआ था झगड़ा
खैराबाद के रहने वाले राजेंद्र साव का बेटा दिवाकर मोबाइल सेंटर नाम से एक दुकान चलाता था। उसने अपनी दुकान पर कोल्ड ड्रिंक भी रखा था। गुरुवार की शाम को रजनीकांत अपने दोस्तों के साथ मोबाइल रिचार्ज कराने के लिए दिवाकर की दुकान पर पहुंचा। मोबाइल रिचार्ज कराने के बाद रजनीकांत और उसके दोस्तों ने कोल्ड ड्रिंक पीया। विवाद कोल्ड ड़्रिंक के पैसे को लेकर शुरू हुआ। पैसा मांगने पर रजनीकांत ने पैसा देने से इनकार दिया। जिसके बाद दोनों के बीच कहासुनी और हाथापाई हुई। इसी का बदला लेने के लिए रजनीकांत ने शुक्रवार की सुबह अपने दोस्तों के साथ मिलकर दिवाकर की हत्या कर दी। उधर, लोगों की पिटाई से आरोपी रजनीकांत अधमरा हो गया है । उसे इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है।
छावनी में तब्दील महलपर
वारदात के बाद ऐतिहातन महलपर मोहल्ले में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। उधर, घटनास्थल पर एसपी सुधीर कुमार पोरिका के नहीं पहुंचने को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।लोगों का कहना है कि शहर जल रहा था ऐसे हालत में एसपी साहब को मौके पर पहुंचना चाहिए था। हालांकि पुलिस ने इस मामले में अबतक 21 लोगों को गिरफ्तार किया है।