कोलकाता पुलिस आखिरकार चार दिन बाद नालन्दा के डॉन को गिरफ्तार कर लिया । उसे दीपनगर थाना क्षेत्र के सर्वोदयनगर मोहल्ले से गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि उसने पेटीएम का अधिकारी बनकर कोलकाता नगर निगम के एक वरीय अधिकारी से करीब 50 हजार रुपये उड़ा लिये थे। उस रुपयों से बिहारशरीफ के बिग बाजार से खरीदारी की गयी थी। उसी खरीदारी ने पुलिस को ठग तक पहुंचाया। कोलकाता पुलिस उसे अपने साथ ले गयी है। उसकी पहचान परबलपुर थाना क्षेत्र के केवई गांव निवासी डॉन साहब उर्फ प्रेमराज धंजू के रूप में की गयी है।
कोलकाता में हुई थी एफआईआर:-
पुलिस टीम का नेतृत्व कर रहे एसआई टीएन तिवारी ने बताया कि कोलकाता नगर निगम के एक बड़े अधिकारी से ठगी की गयी थी। इस मामले में सर्वे पार्क थाना में एफआईआर करायी गयी थी। ठग ने पेटीएम का अधिकारी बनकर रिन्यूअल कराने के नाम पर उनसे उनके डेबिट कार्ड का पिन नंबर जान लिया था। इसके बाद उसने बिहारशरीफ के बिग बाजार से दो टीवी व एक मोबाइल फोन खरीदा था। बिहारशरीफ का पता जानकर पुलिस यहां पहुंच गयी थी।
एसी की खरीदारी ने जाहिर की पहचान:-
बिहारशरीफ पहुंचने के बाद कोलकाता पुलिस ने बिग बाजार में छानबीन शुरू की। पता चला कि मॉल में ठग का फ्यूचर कार्ड बना है। उसी से टीवी और मोबाइल की खरीदारी की गयी है। दो दिनों पहले ही उसने दूसरे शिकार से उड़ाये गये रुपये से एक एसी की भी खरीदारी की थी। उस समय उसने मॉल कर्मियों द्वारा मैकेनिक भेजने और घर पर जाकर एसी लगाने की पेशकश को नकार दिया था। उसने कहा था कि वह अपने मैकेनिक से सेट करवा लेगा। काफी समझाने के बाद भी वह तैयार नहीं हुआ था। इससे मॉल के कर्मियों को उसका चेहरा याद था। सीसीटीवी फुटेज में भी उसकी पहचान कर ली गयी। हालांकि मॉल के बाहर एसी लेकर वह कहां गया इसके फुटेज नहीं थे। तब पुलिस द्वारा गार्ड से पूछताछ की गयी। गार्ड ने उस टेम्पो ड्राइवर की पहचान कर ली,जिसने एसी लोड किया था। टेम्पो ड्राइवर ने बताया कि उसने एसी को सर्वोदय नगर स्थित एक धर्मकांटा के पास उतारा था जिसे दूसरी गाड़ी पर लोड किया गया था। वहां पूछताछ में पता चला कि वह अक्सर उठता-बैठता है। घात लगायी पुलिस ने आखिरकार रविवार को उसे दबोच लिया। दीपनगर थाना प्रभारी राहुल कुमार ने बताया कि स्थानीय थाने के सहयोग से आरोपित को गिरफ्तार किया गया है।