
नालंदा जिला में शिक्षकों की भर्ती में गड़बड़ी की बातें सामने आ रही है । कई शिक्षकों के नियोजन का फोल्डर गायब है । जिसके बाद शिक्षा विभाग ने कड़ा कदम उठाया है। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने एक सप्ताह के अंदर फोल्डर जमा नहीं करने वाले नियोजन इकाइयों पर केस दर्ज करने का आदेश दिया है। प्रधान सचिव ने कहा कि जिन प्रखंड नियोजन इकाइयों में फर्जीवाड़ा की गई है वहीं का फोल्डर नहीं दिया जा रहा है।
सबसे खस्ता हाल पंचायत सचिवों की, नहीं के बराबर जमा हुआ है फोल्डर : बैठक में रिपोर्ट के अनुसार पंचायत सचिवों ने बहुत कम ही फोल्डर जमा किया है। सबसे पीछे सरमेरा, थरथरी, बेन और चंडी प्रखंड है।
कितने फोल्डर हुए जमा
प्रखंड शिक्षक उपलब्ध फोल्डर
बिहारशरीफ 229 227
अस्थावां 269 256
बिन्द 133 105
सरमेरा 204 147
रहुई 315 179
गिरियक 249 246
कतरीसराय 121 116
राजगीर 159 149
सिलाव 310 280
बेन 231 178
इसलामपुर 292 134
एकंगरसराय 272 176
परबलपुर 154 83
हिलसा 250 197
करायपरशुराय 140 120
नगरनौसा 195 115
चंडी 271 78
नूरसराय 273 269
हरनौत 315 295
किस पंचायत में कितने फोल्डर हुए जमा
बिहारशरीफ के सभी पंचायतों से 269 में 256 जमा, अस्थावां में 249 में 200, सरमेरा में 156 में 13, रहुई में 192 में 68, गिरियक में 193 में 185, कतरीसराय में 98 में 68, राजगीर में 246 में 160, सिलाव के 285 में से 140, बेन में 192 में 15, इस्लामपुर में 295 में 164, एकंगरसराय में 344 में 168, परबलपुर में 156 में 107, हिलसा में 240 में 197, करायपरशुराय में 136 में 30, नगरनौसा में 159 से 108, चंडी में 277 में 33, थरथरी में 162 में 23, नूरसराय में 273 में से 149 व हरनौत के 290 में से 262 पंचायत शिक्षकों के फोल्डर जमा किए गए हैं।
फोल्डर जमा नहीं करने वाले पर होगी कार्रवाई
शिक्षकों पर एफआईआर होने की खबर से ही शिक्षा महकमे में हड़कंप मच गया है। अब पंचायतों के मुखिया के साथ ही वहां के पंचायत सचिवों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। इन पर आरोप है कि बहाल किये गये शिक्षकों के फोल्डर विजिलेंस की जांच टीम के पास जमा नहीं कराया है। विजिलेंस की टीम प्रथम दृष्टया यह मान रही है कि बहाली में फर्जीवाड़ा की गई है।