बिहार विकास की राह पर सरपट दौड़ मार रही है.. विकसित भारत का सपना पूरा करने के लिए बिहार को भी विकसित बनाया जा रहा । बिहार में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है । बिहार के अलग-अलग जिलों को राजधानी पटना से जोड़ने की परियोजना पर काम किया जा रहा है। नीतीश सरकार का लक्ष्य है कि राजधानी पटना को बिहार के हर जिले से फोरलेन से जोड़ा जाए.. जिसके लिए अब केंद्र की मोदी सरकार का भी समर्थन मिल रहा है।
बिहार सरकार की एक और फोरलेन योजना को केंद्र की मोदी सरकार से मंजूरी मिल गई है.. फोरलेन बनने के बाद पटना से भागलपुर औऱ मुंगेर जाना काफी आसान हो जाएगा । साथ ही आप पटना से बंगाल तक अपनी गाड़ी को सरपट दौड़ाते चले जाएंगे ।
मोकामा-मुंगेर फोरलेन
राजधानी पटना से मुंगेर तक फोरलेन कनेक्टिविटी के लिए एक और फोरलेन की मंजूरी मिल गई है.. पटना से मोकामा तक पहले से फोरलेन बन रहा है। अब मोकामा से मुंगेर तक फोरलेन वाली सड़क बनने वाली है । केंद्र की मोदी सरकार ने मोकामा-मुंगेर फोरलेन सड़क (Mokama-Munger Fourlane Road) के अलाइनमेंट की मंजूरी दे दी है. अब इस सड़क के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरू होगा. इस सड़क के बनने से अब भागलपुर-मुंगेर होकर सड़क मार्ग से पटना का सफर आसान हो जाएगा.
5 हजार करोड़ की परियोजना
बिहार के डिप्टी सीएम और पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा के मुताबिक, मोकामा-मुंगेर NH-80 के दो लेन वाली सड़कों को अब फोरलेन बनाया जाएगा. उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि इसके लिए केंद्र से मंजूरी मिल गयी है. इस सड़क में लखीसराय के बड़हिया और अशोक धाम को जोड़ने के लिए दो स्पर भी बनाए जाएंगे. करीब 5013 करोड़ रुपये की लागत से यह फोरलेन सड़क तैयार किया जाएगा.
बंगाल तक का सफर होगा आसान
इस सड़क के बन जाने के बाद गंगा के दक्षिण में बिहार के पूर्व से पश्चिम तक लगातार फोरलेन सड़कें मिलेंगी और बिहार के सुदूर पूर्वी हिस्सों के साथ-साथ झारखंड के संथाल परगना क्षेत्र और बंगाल के मालदा और फरक्का भी पटना के साथ फोरलेन के माध्यम से जुड़ जाएगा. पटना- मोकामा ग्रीनफील्ड फोर-लेन का काम भी तेजी से चल रहा है. अगले साल 2025 में मार्च तक इस फोर-लेन के शुरू होने की संभावना है.
फोरलेन सड़कों का बिछ रहा जाल
बता दें कि बक्सर से मिर्जाचौकी तक फोरलेन सड़क बन रही है. मिर्जाचौकी से मुंगेर तक बनने वाले फोरलेन सड़क का काम भी तेजी से चल रहा है. जिसे जून 2025 में पूरा किया जाना है. मोकामा में राजेन्द्र सेतु के समानांतर सिक्सलेन पुल का काम भी अगले साल की शुरुआत में ही पूरी हो जाने की संभावना है. इन तमाम सड़कों के बनने जाने से बंगाल से पटना तक का सफर आसान हो जाएगा.