बिहार वासियों को सबसे लंबा एलिटवेटेड रोड का तोहफा मिला है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन कर दिया है. इस एलिवेटेड रोड की मदद से दीघा से पटना एम्स की 12.27 किलोमीटर की दूरी अब महज आठ मिनट में तय होगी। एलिवेटेड रोड शुरू हो जाने से लोगों को आने-जाने में सहूलियत होगी और जाम से भी छुटकारा मिल जाएगा। अब मरीजों को पटना एम्स जाना आसान हो गया है। यह सड़क जेपी सेतु के पास मिल रही है। इसलिए उत्तर बिहार से आने वाले मरीजों को पटना शहर में प्रवेश करने की जरूरत नहीं है।
अनीसाबाद गोलंबर पर नहीं लगेगा जाम
दीघा-एम्स एलिवेटेड रोड शुरू होने से यह फायदा होगा कि गांधी सेतु पर हाजीपुर की तरफ से पटना शहर में आने वाले वाहन अब जेपी सेतु से होते हुए शहर के बाहर निकल सकते हैं। मालवाहक वाहनों को औरंगाबाद, अरवल, भोजपुर, कैमूर, बक्सर आदि जिलों की ओर निकलने में भी आसानी होगी। इसके अलावा भोजपुर और छपरा-वैशाली से आने वाले वाहनों को पहले शहर से होकर गुजरना पड़ता था, लेकिन अब वे सीधे एलिवेटेड रोड से चले जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि बाइपास इलाके में अनीसाबाद गोलंबर के पास अक्सर जाम की समस्या रहती है, लेकिन अब यहां जाम की समस्या कम हो जाएगी। इसके अलावा भोजपुर से आने वाले वाहन अक्सर दानापुर में जाम लगाते थे, लेकिन एलिवेटेड रोड से ये वाहन सीधे दीघा की ओर निकल जाएंगे।
24 घंटे में गुजरते हैं 3 हजार बड़े वाहन
पटना शहर में बाइपास के इलाके में जाम का मुख्य कारण गांधी सेतु पर भारी वाहनों का परिचालन है। पटना एम्स-दीघा एलिवेटेड सड़क बनने से गांधी सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा। साथ ही भोजपुर और छपरा के लोगों को इस विशेष तौर पर फायदा होगा। अधिकारियों का कहना है कि गांधी सेतु पर 24 घंटे में लगभग 3 हजार भारी वाहन गुजरते हैं। इनमें 2500 के करीब खाली ट्रक होते हैं, जो गांधी सेतु पर जाम का कारण बनते रहे हैं। जेपी सेतु पर माल लदे बड़े वाहनों का परिचालन बंद कर दिया गया है, लेकिन खाली बड़े वाहन आ सकते हैं।
पटना में सबसे ऊंचाई वाला एलिवेटेड
रूपसपुर के पास बेली रोड को क्रॉस करने वाले एलिवेटेड रोड को 106 मीटर लंबा स्टील का आरओबी बनाया गया है। पहले की डिजाइन के अनुसार पहले बेली रोड पर बने फ्लाईओवर के नीचे से गुजरना था, लेकिन उसे बाद में बदल कर ऊपर कर दिया गया। यहां यह सड़क 25 मीटर ऊंची है, जो पटना में अब तक का सबसे बड़ा ऊंचाई वाली एलिवेटेड सड़क है।
देश का पहला स्टील आरओबी पटना में बना
पटना एम्स से दीघा तक जाने वाला 12 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड सोमवार को जनता के लिए खुल जाने के साथ ही बिहार के नाम कई उपलब्धियां भी जुड़ गईं। इस रोड में पड़ने वाला 106 मीटर लंबा रेलवे ओवरब्रिज पूरी तरह स्टील का बना है। यह देश का पहला रेलवे ओवरब्रिज है, जो केवल स्टील से बनाया गया है। पटना-एम्स से दीघा तक जाने वाले एलिवेटेड रोड के बेहतर निर्माण के लिए मुख्यमंत्री ने पटना के प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल समेत 5 इंजीनियरों को पुरस्कृत किया।
अब दानापुर से बिहटा तक एलिवेटेड रोड की बारी
एम्स-दीघा एलिवेटेड रोड के चालू हो जाने के बाद अब दानापुर से बिहटा तक एलिवेटेड रोड की बारी है। इसका निर्माण एनएचएआई को करना है। कई जगहों पर जमीन अधिग्रहण का मामला फंसा हुआ है, जिसे स्थानीय प्रशासन द्वारा निपटाया जा रहा है। इस सड़क की डिजाइन तैयार है। अधिकारियों का कहना है कि यह एलिवेटेड रोड बिहार का सबसे लंबा होगा। लगभग 30 किलोमीटर वाले एलिवेटेड सड़क में कई जगहों पर रैंप बनाने का भी प्रस्ताव है, जिससे वाहन बीच में एलिवेटेड सड़क पर चढ़ और उतर सकें।
यह है फायदा
– आरा से आने वाले वाहन सीधे छपरा की ओर निकल जाएंगे
– दीघा-एम्स एलिवेटेड रोड बनने से जाम की समस्या कम होगी
– गांधी सेतु पर भारी वाहनों का दबाव कम होगा
– भोजपुर और छपरा के लोगों को विशेष फायदा
– उत्तर बिहार से आने वाले मरीज सीधे पहुंच जाएंगे एम्स
– दीघा सेतु से बिहटा की तरफ जाने वाले वाहन अब पटना शहर के जाम से बच सकेंगे
– अशोक राजपथ के दीघा थाने के पास से एलिवेटेड रोड पर चढ़ना होगा आसान
– गाड़ियां रेलवे लाइन पार कर शहर के दक्षिणी हिस्से में एम्स गोलंबर के पास पहुंच सकेंगी