
नालंदा.. जो ज्ञान की धरती.. जो प्रथम महाजनपद की राजधानी रहा है.. जिसने मगध जैसा साम्राज्य दिया.. अशोक जैसा महान सम्राट दिया.. स्वामी महावीर को जन्म दिया… भगवान बुद्ध को शरण दिया.. जिसने बिहार में सबसे लंबा शासन करने वाला मुख्यमंत्री दिया.. उस नालंदा को बहुत अरसे बाद एक ऐसा IAS मिला है। जो आने वाले दिनों में नालंदा के लिए नया रोल मॉडल बनेगा..
2012 बैच के IAS अफसर कुंदन कुमार को नालंदा का नया डीएम बनाया गया है। IAS कुंदन कुमार को लेकर लोगों में भ्रम ना रहे हैं.. जिले के सबसे बड़े अधिकारी के बारे में लोगों को जानकारी हो.. इसलिए आज हम कुंदन कुमार के बारे में ऐसी बातें बताने जा रहे हैं.. जिससे नालंदावासी शायद परिचित ना हो..
IPS से IAS बने
कुंदन कुमार IAS बनने से पहले IPS भी रह चुके हैं। वो तीन साल तक IPS रहे उसके बाद उनका सलेक्शन IAS में हुआ.. कुंदन कुमार 2009 बैच में पहली बार IPS बने और तीन साल तक उत्तराखंड कैडर में रहे। इसके बाद 2012 में IAS बने । साल 2012 में उन्हें ऑल इंडिया रैंक 124 मिला था।
IPS- IAS से पहले इंजीनियर
IAS कुंदन कुमार की गिनती बिहार ही नहीं देश के तेजतर्रार अफसरों मे होती है । IAS बनने से पहले वे 3 सालों तक IPS रहे.. उससे पहले उन्होंने इंजीनियरिंग की पढा़ई की और 5 साल तक रिलायंस कंपनी में बड़े पद पर काम किया । तब उनकी पोस्टिंग मुंबई में थी। फिर बाद में उनका चयन सिविल सेवा परीक्षा में हुआ।
CM नीतीश के चहेते हैं
कुंदन कुमार एक ऐसे डीएम हैं.. जिनका ड्रीम कभी देश के लिए मिशाल बन जाता है तो कभी राज्य के लिए रोल मॉडल. डीएम के ड्रीम को सीएम नीतीश कुमार भी प्रोत्साहन देते है.उनकी पहचान एक जिलाधिकारी की है.. जिन्होंने नए-नए प्रयोग किए हैं.. जो देश और राज्य के लिए अनुकरणीय, मिसाल और रोल मॉडल बन गए है. इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उन्हें काफी पसंद करते हैं।
उपलब्धि नंबर 1
कुंदन कुमार वही डीएम हैं.. जब वो बांका के जिलाधिकारी थे तो सरकारी स्कूलों में Smart Class की शुरुआत की थी.. जिसकी गूंज अमेरिका के ड्यूक यूनिवर्सिटी तक सुनाई दी थी। America के गुयाना टाउन में उन्नयन कार्यक्रम ने Singapore और Malaysia जैसे देशों को पछाड़ कर कैम्पम अवार्ड जीता था. भारत के लिए Commonwealth Innovation Awards जीतकर लाए थे।
उपलब्धि नंबर 2
बाद में उन्हें अमेरिका के नार्थ कैरोलिना के Duke University ने लेक्चर देने के लिए आमंत्रित किया था. अमेरिका के जार्ज टाउन में बांका उन्नयन को अंतरराष्ट्रीय अवार्ड मिला. यह एक डीएम की सकारात्मक पहल सकारात्मक सोच मोबाइल ऐप के जरिए गुणवक्ता पूर्ण शिक्षा की सफल प्रयोग की कहानी है.
उपलब्धि नंबर 3
जब वो पश्चिम चंपारण यानि बेतिया में डीएम थे तब उन्होंने चनपटिया का स्टार्टअप जोन की शुरुआत की थी.. जिसकी पूरे देश में तारीफ हुई थी। जो आज बिहार के लिए रोल मॉडल साबित हुआ.. CM Nitish Kumar ने खुद इसकी तारीफ की थी
उपलब्धि नंबर 4
कुंदन कुमार ने ये प्रयोग तब किया जब पूरी दुनिया कोराना महामारी से त्रस्त थी.. तब उन्होंने आपदा में अवसर की तलाश की.. दूसरे राज्य से लौटे प्रवासियों को काम सिखाया.. उनके हुनर को तलाशा.. बैंक से लोन दिलवाया.. फिर नतीजा दुनिया ने देखा । चम्पारण क्रिएसन जैसी संस्था सरपट दौड़ने लगी और अब लेह लद्दाख के साथ-साथ कोलकाता के लोग भी बेतिया ब्रांड के कपड़े पहनने को मजबूर हैं..चम्पारण के चनपटिया बाजार समिति रेडीमेड गारमेंट्स के उद्योग लगाए गए है. मजदूरों के बनाए गए कपड़े, साड़ी, लहंगा, जीन्स, पेंट, जैकेट, शर्ट, लेगिन्स, ब्लेजर, बैट-बल्ला आदि लद्दाख, कोलकाता, कश्मीर सहित देश के विभिन्न हिस्सों में जा रहे है. इसके लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें 2022 में सम्मानित भी किया था ।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi ने 'नव प्रवर्तन स्टार्टअप जोन, #चनपटिया' के लिए #बिहार के #पश्चिमी_चंपारण जिले को इनोवेशन डिस्ट्रिक्ट का पुरस्कार प्रदान किया।#CivilServicesDay2022@ias_kundan @IPRD_BETTIAH @ddnewsBihar @IPRD_Bihar @AIRPatna @ROB_Patna @startupindia pic.twitter.com/5hcCqxnBZo
— PIB in Bihar (@PIB_Patna) April 21, 2022