बिहारशरीफ सदर अस्पताल में महिलाओं के ऑपरेशन को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है । महिलाओं के ऑपरेशन के दौरान महिलाओं के सम्मान का ख्याल नहीं रखा जाता है . उन्हें वैसी जगह पर कॉपर टी लगाया जाता है जहां सीसीटीवी कैमरा लगा होता है.
पुरुष करते हैं मॉनिटरिंग
आप सोचिए की इससे बढ़ी और लापरवाही हो सकती है कि सीसीटीवी के फुटेज की मॉनिटरिंग सीधे डीएस चैम्बर से होती है। जहां पुरुष कर्मी भी सीसीटीवी फुटेज को देखते होंगे। बताया जा रहा है कि डीएस को भी इसकी जानकारी है लेकिन उनका कहना है कि ड्यूटी करने वाले कर्मियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी जरूरी है। यह स्थिति तब है जब यहां की डीएस महिला हैं।
बेखबर है प्रबंधन
दरअसल, बिहारशरीफ सदर अस्पताल को मॉडल टीकाकरण केन्द्र बनाया जा रहा है . इसके सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं । लेकिन सीसीटीवी कैमरा वहां भी लगाया गया है जहां महिलाओं को कॉपर टी लगाया जाता है . इस बात से जहां अस्पताल प्रबंधन बेखबर है। तो वहीं, गांव की सीधी साधी महिलाओं को भी इस बात की तनिक भी भनक नहीं है ।
तीन कैमरे लगे हैं
मॉडल टीकाकरण केन्द्र में कुल 3 कैमरे लगे हैं। एक कैमरा इंट्रेंस रूम में है जहां पर टीकाकरण से संबंधित कागजी प्रक्रिया पूरी की जाती है। दूसरे रूम जहां टीकाकरण के साथ-साथ कॉपर टी लगाया जाता है वहां दो कैमरे हैं। इसमें से एक कैमरा सीधे उस बेड की ओर फोकस किया हुआ है जिस बेड पर कॉपर टीम लगाया जाता है। तीसरा कैमरा भी उसी कमरे में लगा है जो सीधे टीकाकरण वाले स्थान को कवर करता है।
हटाया गया कैमरा
हालांकि बाद में जब इस बारे में पत्रकारों ने नालंदा के सिविल सर्जन को बताया तो डॉ. राम सिंह ने इसे गंभीरता से लेते हुए आनन फानन में अस्पताल प्रबंधक को सीसीटीवी कैमरा हटाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अभी तक इसकी जानकारी उन्हें नहीं दी गयी थी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरा जरूरी है। लेकिन इसे ऐसी जगह पर लगाया जायेगा जहां महिलाओं की जांच और अन्य स्वास्थ्य से संबंधित कार्य नहीं किये जाते हैं।