
नालंदा जिला के हिलसा जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़ा हो गया है । हिलसा उपकारा की बाउंड्री फांदकर एक कैदी फरार हो गया। जिससे जेल प्रशासन में हड़कंप मचा है । इस मामले में नालंदा के जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं
तीन सदस्यीय कमेटी करेगी मामले की जांच
हिलसा उपकार से फरार हुए कैदी मामले की जांच के लिए जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने समिति का गठन किया है। इस समिति में अपर समाहर्ता, वरीय उप समाहर्ता तथा अनुमंडल पदाधिकारी हिलसा को शामिल किया है। तीन सदस्यीय टीम को मामले की जांच की जिम्मेवारी सौंपी गई है। वहीं जेल अधीक्षक मंडल कारा बिहारशरीफ को इनका सहयोग किए जाने को कहा गया है।
कक्षपाल की भूमिका पर सवाल
कैदी के फरार होने में मंडल कारा हिलसा के एक कक्षपाल की संदिग्ध भूमिका सामने आ रही है। डीएम द्वारा गठित समिति कैदी के फरार होने के सारे मामलों को जांच करेगी और जल्द से जल्द इसकी रिपोर्ट डीएम को सौंपेगी।
टीपू पासवान उर्फ लहेरिया जेल से फरार
इस्लामपुर थाना के चंढारी गांव का रहने वाला टीपू पासवान उर्फ लहेरिया हिलसा जेल से फरार हो गया। बताया जा रहा है कि जेल की दीवार फांद कर जेल से भाग निकला। विचाराधीन कैदी टीपू पासवान करीब एक साल से हिलसा जेल में बंद था। टीपू पासवान पर आईपीसी की धारा 323,354,341,379 और 34 के तहत जेल में बंद था। वो 1 नवंबर 2018 से जेल में बंद था। घटना के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मचा है और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है ।