बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के इस्तीफे की खबर से सनसनी.. DGP ने ट्वीट कर दी जानकारी

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बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के अचानक इस्तीफा देने की खबर से बिहार प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर गहमागहमी फैल गई। सोशल मीडिया पर उनके इस्तीफे की खबर तेजी से दौड़ने लगी. हालत ये हुई कि खुद डीजीपी को ट्वीट कर जानकारी देनी पड़ी

क्या है पूरा मामला
दरअसल, एक सोशल मीडिया पर एक खबर जंगल की आग तरह फैली की डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने इस्तीफा दे दिया है. वे अब चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. हर तरफ उनके इस्तीफे की चर्चा होने लगी. हालात ये हो गई कि खुद डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे को भी ट्वीट कर जानकारी देनी पड़ी

डीजीपी को करना पड़ा ट्टीट
डीजीपी गुप्तेश्वर ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि अभी बिहार के एक पोर्टल न्यूज ने मेरे नौकरी से इस्तीफा देने के बारे में झूठी खबर चलाकर सनसनी फैला दी है। इसको किस स्तर की पत्रकारिता कहेंगे आप ? हालांकि यह खबर कहां से आई इसके बारे में जानकारी नहीं। लेकिन, रविवार की देर शाम से यह खबर बड़ी तेजी से फैली।

2009 में चुनाव लड़ने के लिए लिया था वीआरएस
आपको बिहार कैडर के 1987 बैच के IPS गुप्तेश्वर पांडेय ने 2009 में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए वीआरएस ले लिया था। वे बीजेपी के टिकट पर बक्सर सीट से लड़ना चाहते थे। टिकट नहीं मिलने पर आईपीएस गुप्तेश्वर पांडेय ने वीआरएस वापस लेने की अर्जी दी। जिसे नीतीश सरकार ने मंजूर करके करीब 9 महीने बाद उन्हें एक बार फिर सर्विस में रख लिया और लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें प्रमोशन देते हुए बिहार का डीजीपी बना दिया गया।

सुशांत मामले में काफी चर्चा में रहे
सुशांत सिंह राजपूत केस मामले में डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे काफी चर्चा में रहे. वे खुलकर मुंबई पुलिस के खिलाफ आवाज उठाई थी. साथ ही पटना के सिटी एसपी को क्वारंटाइन करने के मामले में उन्होंने मुंबई पुलिस को काफी लताड़ा था. उन्होंने मुंबई पुलिस की जांच पर भी सवाल उठाया था. हालांकि इस दौरान उन्होंने रिया चक्रवर्ती ‘औकात’ में रहने की बात की थी. जिसपर वे काफी ट्रोल हुए थे . जिसके बाद डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने अपनी सफाई दी। डीजीपी ने एक बयान में कहा था कि औकात (Aukat) का अंग्रेजी में मतलब ‘कद’ (stature) से है। और रिया चक्रवर्ती(Rhea Chakraborty) का ऐसा कद नहीं है कि वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कोई कमेंट कर सके। कहा कि उसे नहीं भूलना चाहिए कि वह सुशांत सिंह राजपूत केस (Sushant Singh Rajput case) में नामजद आरोपी है। जो केस मेरे पास था और अब सीबीआई के पास है। डीजीपी ने कहा था कि अगर कोई राजनीतिक नेता बिहार के सीएम पर टिप्पणी करता है तो मैं इस पर टिप्पणी करने वाला कोई नहीं हूं। लेकिन अगर कोई आरोपी बिहार के सीएम पर कुछ बेबुनियाद टिप्पणी करता है तो यह आपत्तिजनक है। रिया चक्रवर्ती की टिप्पणी अनुचित थी उसे अपनी लड़ाई कानूनी रूप से लड़नी चाहिए।

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