
नालंदा पटना समेत पूरे बिहार में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. वहीं, कोहरे ने रफ्तार पर पूरी तरह से ब्रेक लगा दिया है. पिछले दो दिनों से पश्चिमी विक्षोभ की वजह से जहां हवा में नमी की मात्रा में वृद्धि हुई है वहीं कनकनी भी काफी बढ़ गई है.
बारिश की भविष्यवाणी
मौसम विभाग के मुताबिक 13 से 16 दिसंबर के बीच बिहार में बारिश हो सकती है. बारिश के बाद कोहरे से छुटकारा मिल सकता है. लेकिन अगर बारिश नहीं हुई तो ऐसे ही कोहरा छाया रहेगा. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि कोहरा रबी फसल के लिए वरदान साबित हो रहा है. खासतौर पर गेहूं और चने में सिंचाई की जरूरत कोहरे की नमी से पूरी हो रही है. इससे फसल का अंकुरण बेहद स्वाभाविक ढंग से हो रहा है.
रेडिएशन फॉग की चपेट में बिहार
कोहरा प्रायः ठंडी आर्द्र हवा में बनता है. इसे जमीन के ठीक ऊपर का बादल भी कहा जाता है. इसके अस्तित्व में आने की प्रक्रिया बादलों जैसी ही होती है इसके अतिरिक्त कोहरा कई अन्य तरीकों से भी बनता है. फिलहाल बिहार में समय से पहले इतना घना कोहरा बना है. रेडिएशन कोहरा तब बनता है, जब जमीन की ऊपरी परत ठंडी होती है. ऐसा प्राय: शाम के समय होता है. जमीन की ऊपरी परत ठंडी होने के चलते वहां की हवा जब ऊपर उठ कर और ठंडी हवा से मिलती है तो कोहरा बनने लगता है. इस दौरान वातावरण की नमी उसका घनत्व और दृश्यता निर्धारित करती है.
तापमान में गिरावट
न्यूनतम तापमान दो दिनों में सामान्य से 6.8 डिग्री की कमी देखी जा रही है साथ ही अधिकतम तापमान में भी 2 डिग्री कमी आई है. गया में 13.6 जबकि भागलपुर और पूर्णिया में 16.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
ट्रेन और हवाई सेवा प्रभावित
लगातार बढ़ रहे ठंड के साथ शाम ढलते ही शहर से लेकर गांव तक घने कोहरे की चादर में लिपट जाता है तो जनजीवन पर भी व्यापक असर पड़ रहा है. कोहरे की वजह से ना सिर्फ आधे दर्जन ट्रेनें बिलम्ब से चल रही है बल्कि हवाई सेवा भी प्रभावित हो रहा है.