राजस्थान के कोटा में फंसे बिहारी छात्रों को लेकर सूबे की राजनीति गरमाई हुई है .नीतीश सरकार छात्रों के वापस बुलाने के खिलाफ है तो वहीं विपक्ष का आरोप है कि रसूखदार के बच्चों को लाया जा सकता है तो बाकी छात्रों को क्यों नहीं. इस बीच कोटा में छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है .
इसे भी पढ़िए-सीएम नीतीश ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में पीएम मोदी को सुनाई खरी-खरी
छात्रों के खिलाफ FIR
कोटा में घर वापसी की मांग को लेकर बिहार के छात्र छात्राएं प्रदर्शन कर रहे हैं. लॉकडाउन में प्रदर्शन की वजह से राजस्थान पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है । साथ ही कोटा के कोचिंग संचालकों और हॉस्टल मालिकों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है.
A case has been registered in connection with yesterday's protest held by students from Bihar in #Kota, Rajasthan for violating the lockdown guidelines: Mohan Lal, Sub Inspector, Kota pic.twitter.com/LhpcNJNCOV
— ANI (@ANI) April 28, 2020
छात्रों का क्या है कहना
लॉकडाउन से परेशान छात्र छात्राओं का कहना है कि बाकी राज्यों की सरकारें अपने अपने राज्यों के बच्चों को बुला ली है ऐसे में उन्हें भी अपने घर जाने दिया जाए. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश,असम, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और गुजरात सहित कई राज्यों के छात्रों को उनके गृह राज्यों में वापस भेज दिया गया है। वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोटा से छात्रों को वापस लाना तब तक संभव नहीं होगा जब तक कि केंद्र सरकार दिशा-निर्देशों में ढील नहीं देती।