नालंदा जिला अपने पुराने गौरव की ओर लौट रहा है । हर दिन नालंदा का कोई न कोई बेटा जिलावासियों को गौरवान्वित होने का मौका देता है । एक ऐसा ही मौका बिहार राज्य पथ विकास निगम के 9वें स्थापना समारोह में देखने को मिला । इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई लोगों को सम्मानित किया । जिसमें नालंदा ही नालंदा था । मसलन, नालंदा के युवा और उर्जावान जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन और पटना के तेजतर्रार डीएम और नालंदा का बेटा कुमार रवि को भू-अधिग्रहण में सहयोग देने के लिए सम्मानित किया गया । तो वहीं, सड़क निर्माण में उत्कृष्ट काम करने वाले इंजीनियर रजनीश रमण को सम्मानित किया गया । आपको बता दें कि कुमार रवि नालंदा जिले के चुलिहारी के रहने वाले हैं जबकि रजनीश रमण नालंदा जिले के ही थरथरी डीह के रहने वाले हैं। बिहार राज्य पथ विकास निगम के नौ साल के इतिहास में रजनीश रमण सबसे कम समय में अवॉर्ड पाने वाले इंजीनियर बने हैं । नालंदा लाइव भी जिला वासियों की ओर से डीएम त्यागराजन, पटना के डीएम कुमार रवि और अपने क्षेत्र में उत्कृष्ठ काम करने वाले इंजीनियर रजनीश रमण जी को बहुत बहुत बधाई देता है ।
सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा डिप्पी सीएम सुशील मोदी और पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव भी मौजूद थे । इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वो ऐसी व्यवस्था बनाना चाहते हैं जिसमें राज्य के हर कोने से कोई भी शख्स पांच से छह घंट में पटना पहुंच जाय । मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क निर्माण के साथ ही अंडरपास और ओवरब्रिज बनाने का भी काम होना चाहिए. इंजीनियरों को विदेश जाकर तकनीक सीखने की जरूरत बताते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया और जापान जाने की सलाह दी.
हालांकि मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सड़क निर्माण में लगे इंजीनियर्स को नसीहत भी दी । उन्होंने कहा कि राज्य के इंजीनियरों को दिमाग खोल कर सोचने और काम करने की जरुरत है । इंजीनियर सिर्फ रूटीन काम नहीं करें। टेंडर फाइनल कर कांट्रेक्टर से काम करा लेना ही सबकुछ नहीं है। हम संसाधन और कांसेप्ट दे सकते हैं, नई तकनीक से बेहतर काम तो इंजीनियरों को ही करना है। सतही तौर पर काम नहीं करें।
तो वहीं डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने डिवाइडर पर पौधरोपण करने का निर्देश दिया. जबकि पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा कि बिहार सरकार लैंड पुलिंग नीति लागू करने वाली है. इसके तहत बिहटा में बन रहे नये एयरपोर्ट तक आने-जाने के लिए पटना-बिहटा फोर लेन सड़क बनेगा. आठ अनुमंडलों को जिला से जोड़ने के लिए टू-लेन सड़क बनेगा. पटना-दीघा आरओबी बनाने को लेकर पेंच फंसा था, पिछले सप्ताह रेल अधिकारियों से बातचीत में सहमति बन गयी है