
बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) में इस बार कई पार्टियों का चुनाव चिन्ह पहले से अलग होगा. क्योंकि चुनाव आयोग ने कई राजनीतिक दलों का चुनाव चिन्ह बदल दिया है.
किसे क्या मिला चुनाव चिन्ह
चुनाव आयोग (Election Commission) ने कई राजनीतिक पार्टियों का इलेक्शन सिंबल (Election Symbol) अलॉट कर दिया है. आयोग ने बिहार की 12 क्षेत्रीय दलों को उनका नया चुनाव चिन्ह दिया. जिसमें पप्पू यादव और जीतन राम मांझी की पार्टी भी शामिल है. साथ ही जनता दल राष्ट्रवादी, भारतीय लोकनायक पार्टी,और आम जनता पार्टी राष्ट्रीय का भी चुनाव चिन्ह बदल गया है
पप्पू यादव की पार्टी को मिला कैंची
पूर्व सांसद पप्पू यादव (Pappu Yadav) की जन अधिकार पार्टी (लो) को चुनाव चिन्ह में कैंची मिला है. आपको बता दें कि पप्पू यादव की पार्टी का चुनाव चिन्ह हॉकी था. जो अब समाप्त हो गया. उनकी पार्टी को साल 2015 से हॉकी इलेक्शन सिंबल चलता आ रहा था. लेकिन इस बार जाप का नया चुनाव चिन्ह कैंची छाप है.
पप्पू यादव ने क्या कहा
पप्पू यादव ने कहा कि उनकी पार्टी सभी 243 विधानसभा सीटों पर कैंची चुनाव चिन्ह के साथ अपने उम्मीदवार मैदान में उतारेगी. पप्पू यादव ने कहा कि कैंची के सहारे बिहार की जनता भ्रष्ट्राचारियों और लुटेरों के पर कतरेगी. हमारा प्रयास होगा कि कैंची राज्य के लोगों का अपना चुनाव चिन्ह हो. कैंची इस बार जनता के सामने एक विकल्प के रूप में होगी.
मांझी को मिला कड़ाही, छीन गया टेलीफोन
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) का चुनाव चिन्ह भी बदल गया है. चुनाव आयोग ने जीतन राम मांझी का चुनाव चिन्ह टेलीफोन को जब्त कर लिया है. अब उनकी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम पार्टी को कड़ाही का चुनाव चिन्ह आवंटित किया है
और किस पार्टी को क्या मिला
इसके अलावा जनता दल राष्ट्रवादी को डोली, भारतीय लोकनायक पार्टी को रोड रोलर का मिला है. जबकि आम जनता पार्टी राष्ट्रीय को चप्पल निशान मिला है. इसके अलावा राष्ट्रीय जन जन पार्टी को बैट का सिंबल दिया गया है. साथ ही जनतांत्रिक लोकहित पार्टी को टेलीविजन, लोकतांत्रिक जन स्वराज पार्टी को कैरम बोर्ड, राष्ट्रीय जन विकास पार्टी को बेबी वॉकर, हिंदुस्तानी संपूर्ण आजाद पार्टी को बैलून, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया राष्ट्रीय को दूरबीन, मजदूर एकता पार्टी को हैंड कार्ट का सिंबल दिया गया है.