
नालंदा जिला के राजगीर अनुमंडलीय अस्पताल के आशाकर्मी की मौत हो गई है । जिससे पूरा परिवार में सदमे में है. बताया जा रहा है कि आशाकर्मी सुनीता कुमारी की करंट लगने से मौत हो गई है ।
क्या है पूरा मामला
आशाकर्मी छबिलापुर थानाक्षेत्र के जमालपुर खरजम्मा गांव की रहने वाली थीं. बताया जा रहा है कि खाना खाने के बाद जब वो घर में बर्तन मांज रही थी तभी चापाकल में लगे मोटर की करंट के स्पर्श में आ गई। जिन्हें घरवालों और आस पड़ोस के लोगों की मदद से अनुमंडलीय अस्पताल राजगीर लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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मृतका के पति ने क्या कहा
मृतका के पति परमेश्वर प्रसाद के मुताबिक दोपहर का खाना खाने के बाद हम अपने कमरे में सुस्ताने लगे और वो बर्तन मांजने चली गई। जब लगभग दो बजे के करीब मैंने पत्नी को आवाज लगाया तो कोई जबाव न सुनकर उसे देखने गया। पाया कि घर के बाथरूम के समीप चापाकल के किनारे वो बेसुध गिरी पड़ी है। हो हल्ला मचाया तो आस पड़ोस के लोगों की मदद से घर की बिजली बंद कर पत्नी को अस्पताल लाया, जहां वो मृत घोषित कर दी गई।
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घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल
वहीं मृतका की पुत्री श्वेता सिन्हा ने बताया कि शायद मोटर लगे चापाकल में करंट आ गया। जिसकी चपेट में मेरी मां आ गई. उन्होंने बताया कि वे दो बड़े भाई तथा एक बहन हैं। एक भाई मुंबई और दूसरा मुजफ्फरपुर में जांब करता है। जबकि मैं अपने ससुराल धरमपुरा में रहती हूं और हम तीनों को ही इस मुकाम तक पहुंचाने वाली मेरी मां का निधन हम पूरे परिवार के लिए असहनीय है और वो फिर से रोने बिलखने लगी। जिसमें पिता और पुत्री दोनों ही एक दूसरे को दिलासा दे रहे थे।