बिहार वासियों को तिहरे मार का सामना कर पड़ रहा है. एक तरफ कोरोना महामारी कहर बन कर टूट रहा है. तो वही, दूसरी ओर उत्तर बिहार में बाढ़ की विनाशलीला जारी है. जो कोरोना और बाढ़ से बचे हैं. उनपर आसमान से आफत बरस रही है. यानि व्रजपात या ठनका की वजह से जान गंवानी पड़ रही है. मुश्किल होते हालात को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की
वीडियो क्रॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बात
बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण के हालात को देखते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत की है. उन्होंने बिहार में कोरोना और बाढ़ के हालात का जायजा लिया है. वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए दोनों नेताओं के बीच लंबी बात हुई.
हर संभव मदद का भरोसा
प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य के प्रति चिंता एवं लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की . साथ ही हर संभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया. बिहार में भारी बारिश का कहर है. रविवार को राज्य के सात जिलों में बिजली गिरने से 10 लोगों की मौत हो गई. लोगों की मौत पर सीएम नीतीश कुमार ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के लिए चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह ऱाशि का एलान किया.
बिहार के 8 जिलों में बाढ़
आपको बता दें कि बिहार के आठ जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. सैंकड़ों गांवों में पानी भरा है. लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. बिहार आपदा विभाग के अनुसार बाढ़ का सबसे ज्यादा असर सीतामढ़ी, सीवान, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज और पूर्वी चंपारण जिलों में देखने को मिल रहा है.
उफान पर कई नदियां
बिहार में गंगा को छोड़कर बिहार की तमाम नदियां उफान पर हैं. बिहार जल संसाधन विभाग के अनुसार , बागमती नदी सीतामढ़ी के कटौंझा तथा मुजफ्फरपुर के बेनीबाद और दरभंगा के हायाघाट में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है, जबकि कमला बलान झंझारपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इधर, महानंदा पूर्णिया के ढेंगराघाट में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है