
पांच दिन पहले तक सूखा से प्रभावित नालंदा जिला में बाढ़ कहर बरपाने लगा है। कल तक बूंद बूंद के लिए मोहताज रही पंचाने नदी रौद्र रूप दिखाने लगी है। पंचाने नदी में आई बाढ़ की वजह से नालंदा जिला के कई गांव जलमग्न होने लगे हैं। रहुई के सैदी और हरनौत के गोनावां-पोआरी गांव के पास तीन जगहों पर नदी का तटबंध टूट गया। जिससे सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसलें डूब गयी। दर्जनों गांव टापू बन गए। रहुई के बासक सैदी गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है।

किस किस गांव में घुसा बाढ़ का पानी
बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित रहुई के बासक सैदी गांव है। गांव के पास ही पंचाने का तटबंध दो जगहों से टूट गया है। इसके कारण मुख्य सड़क से ग्रामीणों का संपर्क भंग हो गया है। नदी के तेज बहाव के कारण घरों में पानी घुस गया है। बासक सैदी गांव के अलावा मई, फरीदा, मथुरापुर, मोहद्दीपुर, कमरपुर, तारबिगहा, सैदल्ली आदि दर्जनों गांव पूरी तरह से बाढ़ के पानी से घिर गये हैं। इन गांवों के खेतों में लगी फसलें डूब गयी हैं। किसान हैरान-परेशान हैं।
एक्शन में डीएम त्यागराजन
बाढ़ की सूचना जैसे ही नालंदा के जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन को मिली । वे तुरंत एक्शन में आ गए। बाढ़ का निरीक्षण करने के लिए वो खुद हरनौत और रहुई के लिए रवाना हो गए। हरनौत और रहुई प्रखंड में टूटे तटबंधों का निरीक्षण के बाद उन्होंने जरूरी सहायता देने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि जितने भी नाव हैं, उसे हर समय तैयारी की हालत में रखें।