
बिहारशरीफ में घूसखोर जूनियर इंजीनियर पर गाज गिरा है । बिहारशरीफ में उनका मकान सील कर दिया गया है. साथ ही अब उनके गांव का मकान भी जब्त होना है.
कचहरी रोड में है मकान
रिटायर कनीय अभियंता सुखदेव महतो और उनकी पत्नी का बिहारशरीफ के भैंसासुर मोहल्ले स्थित तीन मंजिला मकान को सील कर दिया गया है। बिहारशरीफ के सीओ अरूण कुमार और बिहार थाना के थानाध्यक्ष दीपक कुमार अभियंता के घर पहुंचे और जब्ती की कार्रवाई करायी। सीओ अरुण कुमार ने बताया कि निगरानी न्यायालय द्वारा पारित आदेश के बाद मकान को जब्त करने की कार्रवाई की गई। अब यह मकान सरकार की संपत्ति हो गई है।
हरनौत के बसनियावां गांव में जब्त होना है मकान
रिटायर इंजीनियर सुखदेव महतो का एक मकान हरनौत के बसनियावां गांव में है। ये मकान दो डिसमिल का है। निगरानी सूत्रों ने बताया कि इस मकान को अभी जब्त नहीं किया गया है। शीघ्र ही जब्ती होगी।
क्या है पूरा मामला
सुखदेव महतो साल 2007 में कटिहार में ग्रामीण अभियंत्रण संगठन (आरईओ) में तैनात थे। उसी दौरान निगरानी ब्यूरो ने उनके खिलाफ कार्रवाई की थी। आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया था। इसी मामले में 2017 में भागलपुर स्थित निगरानी न्यायालय में सुनवाई शुरू हुई थी, जिसमें कोर्ट ने उनकी संपत्ति को जब्त करने का आदेश दिया था। इसमें पटना के पुरानी जक्कनपुर मोहल्ले के डीवीसी चौक के पास स्थित मकान और बिहारशरीफ के कचहरी रोड स्थित मकान शामिल हैं। दोनों मकान तीन मंजिला है।
खुल सकता है स्कूल या अनाथालय
जानकारी के अनुसार भ्रष्ट लोक सेवकों की संपत्ति (मकान) को जब्त करने के बाद सरकार उसका इस्तेमाल समाज कल्याण के काम में करती है। इसके तहत जब्त मकान में सरकारी स्कूल या फिर अनाथालय खोले जाते हैं।
Posted by Nalanda Live on Wednesday, November 27, 2019