
नालंदा में शिक्षक भर्ती घोटाला में एक और कार्रवाई हुई है। नियोजित शिक्षकों के फोल्डर गायब होने के मामले में पांच पंचायत सचिवों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है । पंचायत सेवक पर एफआईआर की सूचना मिलते ही नियोजन इकाई में हड़कंप मच गया।
अकेले चंडी में 259 नियोजित शिक्षकों के फोल्डर गायब
चंडी प्रखंड के 259 शिक्षकों के फोल्डर जमा नहीं कराने के मामले में बीईओ रेणु देवी ने बारह पंचायत के पांच पंचायत सचिव पर चंडी थाना में एफआईआर दर्ज करायी है।चंडी के थानाध्यक्ष चंचल कुमार ने बताया कि बीईओ के निर्देश पर प्रखंड के बारह पंचायत के नियोजन इकाई के पांच पंचायत सेवक पर एफआईआर दर्ज किया गया है।
किस पंचायत में कितने फोल्डर जमा कितने गायब
पंचायत जमा गायब
महकार 0 29
हसनी 0 29
रुखाई 19 18
भगवानपुर 0 25
चंडी 9 12
तुलसीगढ़ 0 26
नरसंडा 0 26
गंगौरा 0 23
बेलक्षी 0 28
अरौत 0 8
सिरनामा 0 12
सालेहपुर 3 23
किस किस पंचायत सचिव के खिलाफ मुकदमा दर्ज
चंडी प्रखंड के जिन पांच पंचायत सचिव पर एफआईआर दर्ज कराया गया है। उसमें हसनी, सालेहपुर पंचायत के पंचायत सचिव लालदेव प्रसाद । गंगौरा, रुखाई पंचायत के पंचायत सचिव वीरेंद्र कुमार। भगवानपुर, चंडी पंचायत के पंचायत सचिव अरविंद कुमार । सिरनामा, अरौत और वेलक्षी पंचायत के पंचायत सचिव इंदु प्रसाद। महकार, रुखाई, तुलसीगढ़ पंचायत के पंचायत सचिव हृदयनन्दन प्रसाद पर एफआईआर दर्ज कराया गया है।
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क्या है मामला
पंचायती राज के तहत सरकारी प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में नियोजित शिक्षकों के प्रमाण-पत्र एवं मेधा सूची सहित अन्य प्रमाण पत्र जांच के लिए निगरानी को उपलब्ध कराना था। इसके लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को अपने-अपने प्रखंडों के स्कूलों से नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक, प्रमाण पत्र और मेधा जांच 27 जनवरी तक सोगरा स्कूल परिसर स्थित निगरानी शाखा कार्यालय को उपलब्ध कराने के आदेश दिया गया था। लेकिन चंडी प्रखंड के बीईओ ने 259 नियोजित शिक्षकों की शैक्षणिक, प्रशैक्षणिक, संपूर्ण प्रमाण-पत्र और मेधा सूची जांच से संबंधित फोल्डर उपलब्ध नहीं कराया गया।