
UPSC द्वारा आयोजित होने वाली सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों यानि IAS की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बड़ी खबर है। संघ लोक सेवा आयोग यानि UPSC सिविल सेवा एग्जाम में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है। ये खुलासा UPSC के चेयरमैन अरविंद सक्सेना ने की। यूपीएससी के अध्यक्ष अरविंद सक्सेना के मुताबिक केंद्र सरकार यूपीएससी एग्जाम को ऑनलाइन लेने की तैयारी में है। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक भुवनेश्वर में सभी राज्यों के लोक सेवा आयोग के अध्यक्षों की बैठक हुई। जिसमें इस बात पर चर्चा की गई कि यूपीएससी के साथ साथ सभी राज्य लोक सेवा आयोग में भी ऑनलाइन परीक्षा लिया जाए।
ऑनलाइन परीक्षा होने से क्या होगा फायदा
UPSC के चेयरमैन अरविंद सक्सेना ने कहा कि परीक्षाओं को ऑनलाइन करने का मुख्य उद्देश्य पूरी प्रकिया को छात्रों के अनुकूल करना है। साथ ही छात्रों के बीच तनाव को कम करना है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में उम्मीदवारों की संख्या हर दिन बढ़ रही है, इसलिए कागज आधारित एग्जाम लेने के लिए सबसे बड़ी चुनौती मूल्यांकन करना और उसमे वैल्यू एडिशन करना है। हम चाहते हैं कि चीजों को और अधिक पारदर्शी बनाना चाहिए।
दरअसल, भुवनेश्वर में सभी राज्यों के लोक सेवा आयोगों के अध्यक्षों की दो दिवसीय बैठक बुलाई गई थी। जिसमें सभी राज्य आयोगों के बीच एक मानक यानि स्टैंडर्ड तय करने पर चर्चा हुई।
इस मौके पर ओडिशा लोक सेवा आयोग के चेयरमैन ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) लक्ष्मी चरण पटनायक ने कहा कि हमने परीक्षाओं के तकनीकी, कानूनी और वैधानिक पहलुओं पर चर्चा की। साथ ही इस बात पर भी चर्चा हुई कि इसे परीक्षार्थियों के अनुकूल कैसे बनाया जाए और एक मॉडल दिशानिर्देश विकसित करने पर काम करें। उनका मानना है कि परीक्षा के ऑनलाइन होने से एक फायदा ये भी होगा कि अगर किसी छात्र को उनके उत्तर पुस्तिका पर कोई संदेह है तो वे उत्तर पुस्तिका को दोबारा देख पाएंगें।
राज्य लोक सेवा आयोग की बैठक में इस बार पर भी चर्चा हुई कि कैसे डिजिटल रूप से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कैसे किया जाएगा। साथ ही इस मुद्दे पर भी बात हुई कि पेन और पेपर मॉडल से ऑनलाइन सिस्टम में जाने पर क्या प्रभाव होगा।