बिहार में एक तरफ बीपीएससी से शिक्षकों की भर्ती हो रही है। दूसरी तरफ नीतीश सरकार ने नियोजित शिक्षकों पर शिकंजा कसता जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बिहार कैबिनेट की बैठक हुई । जिसमें विशिष्ट शिक्षक नियमावली को स्वीकृति दी गई । हालांकि नियोजित टीचरों को थोड़ी राहत भी दी है ।
नियोजित शिक्षकों पर कसा शिकंजा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नियोजित टीचरों पर शिकंजा कसते हुए नए नया नियम बना दिया है । अब अगर कोई पेरेंट्स किसी टीचर की शिकायत करता है उन शिक्षकों को जवाब देना होगा। उसके बाद विभाग जांच करेगा। जांच में अगर दोषी पाए जाते हैं तो अल्टीमेटम दिया जाएगा।
राजनीति करने वाले टीचरों पर शिकंजा
नीतीश कैबिनेट की बैठक में ये भी फैसला हुआ कि अगर कोई टीचर स्कूल का माहौल बिगाड़ता है या राजनीति के चक्कर में माहौल बिगाड़ने की कोशिश करता है। तो उस टीचर का तो उस स्कूल से ट्रांसफर कर दिया जाएगा । वो दूसरे ब्लॉक या दूसरा जिला भी हो सकता है ।
पॉलिटिक्स करने वाले टीचरों पर एक्शन कैसे
अगर शिक्षक लोकल पॉलीटिक्स में संलिप्त पाए जाते हैं तो उनको पहले 3 दिन का सख्त अल्टीमेटम दिया जाएगा। डीएम के स्तर से राजनीति करने वाले शिक्षकों को दूसरे ब्लॉक में स्थानांतरित किया जायेगा. इसके पहले नोटिस देकर तीन दिनों में जवाब मांगा जायेगा. स्कूल में राजनीति करने वाले शिक्षकों को डीएम की अनुशंसा पर निदेशक शिक्षा विभाग जिले से बाहर स्थानांतरित कर सकते हैं. अगर उक्त शिक्षक को लगता है कि जिलाधिकारी के स्तर से गलत हुआ है तो वह शिक्षा विभाग के निदेशक के समक्ष अपील कर सकता है. निदेशक के निर्णय से असंतुष्ट होने पर विभागीय सचिव के यहां अपील कर सकते हैं.
नीतीश सरकार का तोहफा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नियोजित शिक्षकों पर सिर्फ शिकंजा ही नहीं कसा है। बल्कि राहत भी दी है । बिहार में अब नियोजित शिक्षक 3 की जगह 5 सक्षमता परीक्षा दे सकते हैं । सक्षमता परीक्षा में पास शिक्षक का ट्रांसफर नहीं होगा। उन्हें विशिष्ट शिक्षक का वेतन ही मिलेगा, जो पहले नहीं था।। पहले सक्षमता परीक्षा शिक्षकों को ट्रांसफर कर के राज्यकर्मी शिक्षक का वेतन देने का प्रावधान था।
कितने टीचर सक्षमता परीक्षा में फेल
आपको बता दें कि बिहार में कुल नियोजित शिक्षकों की संख्या 3 लाख 39 हजार 143 है। जिसमें से सक्षमता वन में 1 लाख 87 हजार 818 शिक्षक पास हुए । जबकि सक्षमता टू में 65 हजार 716 टीचर पास हुए थे। यानि 3 लाख 39 हजार 143 नियोजित शिक्षकों में अब तक 2 लाख 53 हजार 534 टीचर ही सक्षमता परीक्षा में पास हुए हैं और अब भी 85 हजार 609 टीचर ऐसे बचे हुए हैं । जिन्हें सक्षमता परीक्षा में पास करना होगा। ऐसे शिक्षकों को अब तीन चांस और मिलेगा