
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अस्थि कलश बिहार में भी विसर्जित किया जाएगा। उनका अस्थि कलश बिहार लाया जा रहा है . बिहार की हर नदियों में उनकी अस्थियों के फूल को प्रवाहित किया जाएगा. इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है।

गंगा में विलीन हुए अटल
पंचतत्व में विलीन होने के बाद अटल जी गंगा में विलीन हो गए. उनकी बेटी नमिता भट्टाचार्य ने हरिद्वार में उनकी अस्थियों का विसर्जन किया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत हजारों लोग मौजूद थे.

बिहार के 11 नदियों में होगा विसर्जन
बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय सोमवार को अटल जी अस्थियां लेकर पटना पहुंचेंगे। जिसके बाद बिहार की 11 नदियों में अटल जी की अस्थियों का विसर्जन किया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक अटल जी की अस्थियों का विसर्जन गंगा के अलावे पुनपुन, महानंदा, बागमती, कोसी, कमला, बूढ़ी गंडक, सरयू (घाघरा), कर्मनाशा, फल्गु और अजय नदी में किया जाएगा

100 नदियों में होगा अस्थियों का विर्सजन
बीजेपी प्रवक्ता भूपेंद्र यादव के मुताबिक अटलजी की अस्थियों को देश की 100 नदियों में प्रवाहित किया जायेगा. इसके अलावा, 20 दिनों तक देश के सभी राज्यों में प्रार्थना सभाएं होंगी. दिल्ली में 20 अगस्त को इंदिरा गांधी स्टेडियम में शाम चार बजे प्रार्थना सभा रखी गयी है. इसके बाद 23 अगस्त को लखनऊ में आयोजन होगा.

कहा जा रहा है कि अटल जी का जन्म मध्यप्रदेश में हुआ इसलिए मध्यप्रदेश में तो उनकी अस्थि कलश का विसर्जन किया ही जाएगा. उत्तर प्रदेश उनकी कर्मस्थली रही है इसलिए यूपी में भी किया जाएगा. बिहार से अटल जी को खासा लगाव था. उन्होंने कई मौकों पर कहा कि बिहारी के बिना वो अधूरे हैं. क्योंकि उनके नाम में ही बिहारी शब्द लगा था. ऐसे में बिहार की नदियों में भी उनकी अस्थियां प्रवाहित की जाएगी.
आपको बता दें कि 16 अगस्त को लंबी बीमारी के बाद अटल जी का एम्स में निधन हो गया था. जिसके बाद 17 अगस्त को दिल्ली के स्मृति स्थल पर उनका अंतिम संस्कार किया गया था. अंतिम यात्रा में खुद प्रधानमंत्री मोदी और उनका पूरा कैबिनेट 6 किलोमीटर तक पैदल चला था. साथ ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह बीजेपी के हजारों कार्यकर्ता और अटल जी के प्रशंसक शामिल हुए थे. अब अटल जी गंगा में विलीन हो गए। उनका उनका अटल नाम सदियों सदियों तक याद रखा जाएगा .