सीतामढ़ी से JDU उम्मीदवार ने लौटाया टिकट, जानें क्या है वजह

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बिहार में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) से पहले एनडीए (NDA) को बड़ा झटका लगा है. सीतामढ़ी से जनता दल यूनाइटेड (JDU) के उम्मीदवार डॉक्टर वरुण कुमार ने अपना टिकट लौटा दिया. वरुण ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से मिलकर चुनाव लड़ने में असमर्थता जताई है.

पहली वजह
सूत्रों का कहना है कि डॉक्टर वरुण कुमार की डिग्री को लेकर विवाद है। जिसके बारे में पार्टी आलाकमान को खबर मिल गई।कहा जा रहा है कि डिग्री विवाद को लेकर विपक्ष ने वरुण कुमार को घेरना शुरू कर दिया था। इस वजह से पार्टी हाईकमान ने उनसे टिकट वापस करने को कहा।

दूसरी वजह
सीतामढ़ी से जेडीयू उम्मीदवार डॉक्टर वरुण कुमार का कहना है कि उन्हें न तो जनता दल यूनाइटेड का और न ही भाजपा का कोई नेता बहुत महत्व दे रहा था। इस वजह से वो काफी परेशान थे। इसीलिए नामांकन से पहले ही टिकट लौटा रहे हैं।

तीसरी वजह
कहा जा रहा है कि बीजेपी नेता और सूबे के पूर्व मंत्री सुनील कुमार पिंटू को जेडीयू सीतामढ़ी सीट से उतारना चाह रही है। इसलिए वरुण कुमार को टिकट लौटाने पर मजबूर किया गया। बताया जा रहा है कि सुनील कुमार पिंटू आज बीजेपी छोड़कर जेडीयू में शामिल होंगे

चौथी वजह
डॉक्टर वरुण कुमार सीतामढ़ी के जाने माने और पैसे वाले डॉक्टर हैं। जैसे ही वरुण कुमार को टिकट देने की घोषणा हुई। वैसे ही इलाके में ये खबर फैल गई कि डॉक्टर साहब ने पैसे के बदौलत टिकट पाई है। ऐसे में कार्यकर्ता से लेकर नेता तक डॉक्टर साहब से चुनाव में मदद के बदले पैसे की उम्मीद करने लगा। जिसकी वजह से परेशान होकर उन्होंने टिकट लौटाया है

कौन हैं डॉक्टर वरुण कुमार
जदयू नें सीतामढ़ी के चर्चित डाक्टर डा. वरूण कुमार को सिंबल देकर मैदान मे उतारा था. डॉ. वरूण पहली दफा राजनीति में उतरे थे। उनकी पहचान नेता के रूप में नहीं बल्कि सीतामढ़ी के बड़े और पैसों वाले डाक्टरों में की जाती है। बिना कोई राजनीति किए सीधे लोकसभा का टिकट मिलनें के बाद वे अचानक सुर्खियों में आ गए। पूरे जिले में यह चर्चा होने लगी कि नीतीश कुमार की पार्टी नें धनकुबेर को टिकट दिया है।

आपको बता दें, सीतामढ़ी में 6 मई को मतदान हैं. बता दें, बिहार में नीतीश कुमार की जदयू, भाजपा और रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ रही है. भाजपा और जदयू 17-17 और लोजपा छह सीटों पर चुनाव लड़ रही है.

बिहार में 40 सीटें, 7 चरणों में मतदान
11 अप्रैल: जमुई औरंगाबाद, गया, नवादा,
18 अप्रैल: बांका, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर
23 अप्रैल: खगड़िया, झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा,
29 अप्रैल: दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर
6 मई: मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारन, हाजीपुर, सीतामढ़ी,
12 मई: पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, , शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान, महाराजगंज, वाल्मीकिनगर
19 मई: नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकट, जहानाबाद
लोकसभा चुनाव के परिणाम का दिन: 23 मई 2019

1.5 करोड़ मतदाता पहली बार डालेंगे वोट
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) की तारीखों का ऐलान हो चुका है. इस बार कुल सात चरणों में चुनाव कराए जा रहे हैं. पहला चरण 11 अप्रैल को जबकि अंतिम चरण 19 मई को होगा. वोटों की गिनती 23 मई को होगी. इस बार भी ऐसे मतदाताओं की संख्‍या बड़ी है जो पहली बार वोट डालेंगे. मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान करनेवालों की संख्या लगभग 90 करोड़ होगी. उन्होंने आगामी चुनाव को लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार बताया. उन्होंने कहा कि इस बार लगभग 10 लाख मतदान केंद्र होंगे, जो 2014 के आम चुनाव में रहे नौ लाख से अधिक है. कुल मतदाताओं में 1.50 करोड़ मतदाता 18-19 साल उम्र के होंगे. उन्होंने कहा, “निर्वाचन आयोग ने चुनाव के लिए एक बहुत ही व्यापक तैयारी की है.

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