बड़ी खबर- दिल्ली एयरपोर्ट को दहलाने की साजिश नाकाम, RDX से भरा बैग मिला, RDX के बारे में जानिए

0

दिल्ली एयरपोर्ट को दहलाने की बड़ी साजिश नाकाम हो गई है । दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर एक संदिग्ध बैग मिलने से हड़कंप मच गया. इस बैग से सुरक्षा एजेंसियों को RDX मिला है. संदिग्ध बैग मिलने की सूचना के तुरंत बाद पुलिस ने बैग को कब्जे में ले लिया है.

रात 1 बजे मिली थी सूचना
दिल्ली पुलिस के अधिकारी के मुताबिक, एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन को शुक्रवार तड़के करीब 1 बजे एक संदिग्ध बैग मिलने की खबर मिली. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने उसे अपने कब्जे में ले लिया है. जांच में बैग से आरडीएक्स मिला. इसके बाद एयरपोर्ट पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.

पिलर नंबर 4 के पास मिला बैग
सीआईएसएफ के मुताबिक, शुक्रवार तड़के एक बजे पिलर नंबर 4 की इंट्री के पास एक संदिग्ध बैग मिला. इसे सीआईएसएफ के कॉस्टेबल वीके सिंह ने देखा. बैग को कब्जे में लेकर ईवीडी जांच किया गया. इस दौरान बैग के अंदर आरडीएक्स मिला. डॉग स्क्वॉयड की टीम ने भी बैग की जांच की. आरडीएक्स मिलने के बाद तुरंत बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया और यात्रियों-गाड़ियों की आवाजाही को रोक दिया गया था, जिसे सुबह 3 बजे फिर से शुरू कर दिया गया.

रोक दी गई थी यात्रियों-गाड़ियों की आवाजाही
एयरपोर्ट पर संदिग्ध बैग मिलने से यात्रियों में हड़कंप मच गया. जिसके बाद टर्मिनल 3 के सामने का रोड बंद कर दिया गया था. वहीं एयरपोर्ट पर लोगों को टर्मिनल-3 से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई थी. पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है.

लावारिस बैग को तुरंत किया गया शिफ्ट
लावारिस बैग मिलने के बाद एयरपोर्ट के डिप्टी कमिश्नर संजय भाटिया ने कहा कि बैग को सीआईएसएफ की मदद से हटा दिया गया और दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया. इसे अभी तक नहीं खोला गया है. ऐसा लगता है कि इसके अंदर कुछ बिजली के तार हैं. हमने एयरपोर्ट परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी है.

क्या होता है RDX
आरडीएक्स (अनुसंधान & विस्फोटक विकास) RDX (Research & Development Explosive): आरडीएक्स सबसे पहले एक जर्मन रसायनज्ञ हेनिंग (Haning) द्वारा 1899 में शुद्ध सफेद क्रिस्टलाइन्ड (crystallined) पाउडर के रूप में आविष्कार किया था। आरडीएक्स का रासायनिक नाम सायक्लो ट्राइमेथेलाइन ट्रिनीट्रामाइन (cyclo trimytheline trinitramine) है और कभी कभी इसे प्लास्टिक पलीता (plastic exploder)भी कहा जाता है और इस विस्फोट को संयुक्त राज्य अमेरिका में सायक्लोनाइट (cychlonite) कहते है, जर्मनी में इसे हेक्सोजेन(Hexogen) कहते है और इटली में इसे टी-4 कहते है।अगर पाली ब्यूटिनक एक्रिलिक एसिड (poly butinc acrylic acid) के जैसे प्लास्टिक पदार्थ को आरडीएक्स में थोड़ी मात्रा में मिश्रित किया जाए, तो उसके बाद प्लास्टिक बंधुआ विस्फोटक (Plastic Bonded Explosive ) (PBE) प्राप्त होता है। विस्फोटक का दूसरा रूप सी-4 है जो एक घातक नाशक या पटाखा है और आवश्यकता की एक इष्टतम स्तर को प्राप्त करने के लिए इसमें एल्यूमीनियम के कुछ पाउडर को मिश्रित करना पड़ता है। प्लास्टिक बंधुआ विस्फोटक (Plastic Bonded Explosive )(PBE) आज बार-बार आतंकवादी (terrorists) और कट्टरपंथी समूह द्वारा उपयोग किया जाता है। सामान्य आरडीएक्स में लगभग 1510 किलो कैलोरी विस्फोटक ऊर्जा होती है।

    Load More Related Articles
    Load More By Nalanda Live
    Load More In खास खबरें

    Leave a Reply

    Check Also

    योगी राज में मारा गया एक और माफिया.. कई जिलों में धारा 144 लगाई गई

    कहा जाता है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ माफिया के लिए काल हैं.. उनके राज में कोई…