अब पटना के बाढ़ पर फंस गए तेजस्वी यादव, सोशल मीडिया पर हो रहे हैं ट्रोल.. जानिए पूरा मामला

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राजधानी पटना समेत बिहार के 15 जिलों में बारिश और बाढ़ से आम लोग परेशान हैं . राजधानी पटना में तो हालात कुछ ज्यादा ही बदतर हैं . राजधानी पिछले 6 दिनों डूबी है. तो वहीं बिहार में बाढ़ से अब तक 73 लोगों की मौत की सूचना है. शासन-सत्ता के साथ समाजिक सरोकार से जुड़े संगठन लगातार दिन रात काम कर रहे हैं. सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) स्वयं सड़कों पर पानी के बीच उतर कर हालात का जायजा ले रहे हैं, लेकिन बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) नदारद हैं. हालांकि सोशल मीडिया (Social Media) पर वे जरूर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहे हैं, लेकिन जमीन पर एक दिन भी नजर नहीं आए. इस बीच अपने ट्विटर पर उन्होंने जो तस्वीरें साझा कीं उससे पता लगा कि वे हरियाणा के रवाड़ी में हैं. सवाल बिहार में जल प्रकोप से मुश्किल हालात के बीच तेजस्वी यादव हरियाणा में क्या कर रहे हैं?

रिश्तेदारी निभा रहे तेजस्वी
गुरुवार को तेजस्वी यादव की जो कुछ तस्वीर सोशल मीडिया में सामने आई है उसमें साफ है कि वे हरियाणा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अपने बहनोई चिरंजीवी राव के लिए रेबाड़ी में प्रचार कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि अपने बहनोई के नामांकन से लेकर चुनाव प्रचार का जिम्मा तेजस्वी यादव संभाले हुए हैं.

तेजस्वी के गायब रहने पर सियासत तेज
अब इस पर सियासत भी शुरू हो गई है. विरोधी दलों का कहना है कि प्रदेश की जनता बाढ़ से परेशान है, लेकिन तेजस्वी यादव को अपने बहनोई की ही चिंता में लगे हैं.

‘कभी-कभी दर्शन देते हैं, फिर अंडरग्राउंड हो जाते हैं’
जेडीयू ने भी तेजस्वी और तेजप्रताप के गायब रहने पर तंज कसा है. पार्टी के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में शून्य पर आऊट होने के बाद अंडरग्राउंड हैं. कभी-कभी दर्शन देते हैं, फिर अंडरग्राउंड हो जाते हैं.

‘नई पीढ़ी भी जातिगत आईने में देखती है’
बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि बिहार का दुर्भाग्य है कि वोट बैंक के लिए बिहार की नई पीढ़ी भी जातिगत आईने में अपने आप को रखने में लगी है. सामाजिक सरोकारों से जिस दिन जुड़ेंगे उस दिन हम आगे बढ़ेंगे. फिलहाल आवश्यकता बिहार के विकास के लिए काम करने की है.

चमकी बुखार में लापता रहे तेजस्वी
बता दें कि जून महीने में चमकी बुखार ने प्रदेश में 180 से अधिक बच्चों की जान ले ली, बावजूद इसके बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अज्ञातवास पर रहे. वापस लौटे तो भी उन्होंने इस बीमारी से सबसे अधिक प्रभावित मुजफ्फरपुर जिले का दौरा करने जहमत भी नहीं उठाई.

बाढ़ के दौरान गायब रहे तेजस्वी
बीते जुलाई-अगस्त महीने में बिहार प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा था और 12 जिलों में बाढ़ का जबरदस्त प्रकोप था. सरकारी आंकड़ों के अनुसार 55 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं और गैर आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 127 लोगों की मौत हुई. हजारों लोग पलायन को मजबूर रहे, लेकिन विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जनता के बीच नहीं आए.

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