लोकसभा चुनाव के ठीक पहले उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के एक सांसद बुरी तरह फंस गए हैं । स्टिंग ऑपरेशन में बिहार के सीतामढ़ी के सांसद राम कुमार के काले कारनामे का खुलासा हुआ है । एक निजी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में आरएलसपी सांसद राम कुमार शर्मा पैसे लेने और काम कराने की चर्चा करते दिखने का मामला तूल पकड़ लिया है ।
स्टिंग ऑपरेशन में क्या है
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के सांसद राम कुमार शर्मा स्टिंग में सांसद 10 करोड़ में किसी का काम कराने और ढाई करोड़ रुपये लेने की बात कहते हुए दिख रहे हैं। सांसद ने किसी का काम कराने के बदले 25 लाख रुपये चुनाव में खर्च कराने की भी चर्चा की है। ये खबर सोशल मीडिया खूब पर वायरल हो रही है
सांसद राम कुमार शर्मा ने क्या कहा
स्टिंग ऑपरेशन में सांसद ने खुद खुले तौर पर स्वीकार किया है कि आंध्र प्रदेश के चुनाव में 50 करोड़ तक खर्च होते हैं। बिहार-उत्तरप्रदेश में 50 करोड़ का मामला नहीं है, लेकिन यहां भी 10 करोड़ चाहिए। आगे सांसद ने 10 करोड़ लेकर कोई काम कराने की बात का खुलासा किया है। सांसद को यह कहते हुए दिखाया गया है कि उनके पास और कोई असुविधा नहीं थी। गाड़ी नहीं थी। गाड़ी हमको सर्वेश शाही (जिनकी जापान की कोई एजेंसी है) प्रोवाइड कर देता था। उन्हें ड्राइवर का नंबर दे दिया था, जब जरूरत पड़ी बुला लेते थे।
10 करोड़ में ढाई करोड़ का कमीशन
स्टिंग में दिखाया गया है कि सांसद के एक बहुत खास अफसर थे। उन्होंने काम हो जाने का आश्वासन दिया। सांसद को 10 करोड़ में काम कराने और ढाई करोड़ रुपये लेने की बात कहते हुए दिखाया गया है। उन्हें 10 से 15 लाख में सांसद को हायर करने, हवाला के जरिए पैसा लेने की बात कहते हुए दिखाया गया है।
सांसद ने सर्वेश शाही का पेट्रोलियम डिपार्टमेंट से काम कराने, उनके द्वारा 25 लाख रुपये चुनाव में खर्च कराने की भी चर्चा की। इसके अलावा वे और भी कई तरह की बातें करते रहे।
अब सवाल उठता है कि क्या आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा इनपर कार्रवाई करते हैं या फिर उन्हें सीतामढ़ी से टिकट देकर अनुग्रहित करते हैं। सवाल ये भी उठता है कि उस उपेंद्र कुशवाहा से क्या उम्मीद की जाए। जिनपर खुद पैसे लेने का आरोप है और उन्होंने खुद पैसे लेने की बात कबूली है।