
राजगीर रेलवे स्टेशन पर उस वक्त अफरातफरी का माहौल हो गया. जब बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस से बेहोशी की हालत में एक युवती मिली. सूचना मिलते ही जीआरपी की टीम ने युवती को ट्रेन से उतारा. युवती की उम्र लगभग 22-23 साल की है. इस दौरान स्वास्थ्य सेवा की पोल भी खुल गई
पावापुरी अस्पताल में भर्ती कराया गया
बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस से युवती को उतारकर जीआरपी जवानों ने आनन-फानन में इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल राजगीर में भर्ती कराया।युवती कुछ भी बता पाने में असमर्थ है, इस वजह अब तक उसकी पहचान नहीं हो सकी है। उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने पावापुरी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है।
खराब थी एंबुलेंस
डॉक्टरों ने पीड़िता को रेफर तो कर दिया और रेफर की पर्ची भी काट दी। लेकिन एंबुलेंस खराब था. ऐसे में अस्पताल में मौजूद राजगीर के थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने सूझबूझ का परिचय दिया और वीरायतन सेवा संस्थान के प्रबंधक अंजनी कुमार से आग्रह करके एंबुलेंस मंगवा ली। इस तरह वीरातन की एम्बुलेंस से युवती को पावापुरी मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया।
नशाखुरानी की शिकार हुई है युवती
राजगीर अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी एके वर्मा ने आशंका जताई है कि हो सकता है युवती नशाखुरानी गिरोह का शिकार हुई है। जिसके कारण अभी भी अचेता अवस्था में है। उन्होंने बताया कि नशा का असर रहने तक पीड़ित अचेतावस्था में हीं रहता है।
सीट पर बेहोश पड़ी थी युवती
राजगीर के रेल थानाध्यक्ष भरत राम ने बताया कि बुद्धपूर्णिमा एक्सप्रेस ट्रेन की बोगी की तलाशी के दौरान युवती अचेत हालत में सीट पर पड़ी हुई मिली। उसके पास से कोई ऐसा साक्ष्य भी नहीं मिला है, जिससे उसकी पहचान हो सके। होश आने पर ही पता चल सकेगा।
ऐसे में नालंदा लाइव आप से अपील करता है कि अगर कोई इस युवती को पहचानते हैं तो इसके बारे में बताए या उनके परिजनों को सूचित करें. ताकि उनकी बेटी को उनके परिवार तक पहुंचाया जा सके