नालंदा में शिक्षा विभाग में करोड़ों का घोटाला, किन 32 स्कूलों में हुआ है घोटाला

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नालंदा जिला में शिक्षा विभाग में करोड़ों के घोटाले का खुलासा हुआ है। जिसके बाद अधिकारियों के हाथ पांव फूले हैं. नालंदा जिला के  32 माध्यमिक स्कूलों में साढ़े बारह करोड़ से ज्यादा का घोटाला हुआ है. राज्य के लोकायुक्त के आदेश के बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया है । नालंदा के डीईओ मनोज कुमार के मुताबिक 32 माध्यमिक विद्यालयों द्वारा 12 करोड़ 64 लाख रूपये का हिसाब विभाग को नहीं दिया गया है।

डीएम ने गठित की जांच टीम
लोकायुक्त के आदेश पर नालंदा के डीएम ने त्रिस्तरीय जांच टीम का गठन किया है । जांच टीम में नालंदा के डीडीसी राकेश कुमार,अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार और जिला शिक्षा पदाधिकारी शामिल हैं । इस मामले में सभी संबंधित एचएम को चेतावनी दी है गई है उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ पेंशन को भी रोक दिया जाएगा।

क्या है पूरा मामला
नालंदा जिला में स्कूलों को अपग्रेड करने के लिए पैसे दिए गए थे. प्रत्येक विद्यालय को 39.50 लाख रुपए आवंटित किए गए थे। जिसमें भवन निर्माण के लिए 26 लाख,उपस्कर के लिए 6 लाख 50 हजार,पुस्तकालय के लिए 2 लाख, जिमखाना के लिए 1 लाख 60 हजार,खेल का मैदान समतल करने के लिए 40 हजार और प्रयोगशाला के लिए 3 लाख रुपए दिए गए थे।

32 स्कूलों के हेडमास्टर का इनकार
खास बात ये है कि ये पैसे साल 2006-07 और 2007-08 में एडवांस में दिया गया था. विद्यालयों के एचएम के द्वारा अग्रिम राशि का समायोजन का उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा नहीं किया गया है। जिसके कारण राशि का क्या हुआ कुछ हिसाब नहीं मिल रहा है। अब कई विद्यालय के एचएम ने राशि लेने से इंकार किया है। जबकि संभाग प्रभारी ने बताया कि विभाग के फाइल में सभी संबंधित विद्यालयों को 39.50 लाख राशि भेजे जाने का दस्तावेज़ मौजूद है।

नालंदा लाइव के सवाल
अब सवाल ये उठता है कि जब विद्यालय को राशि नहीं गई और विभाग से राशि की निकासी हो गई तो राशि किसने गबन किया? राशि की निकासी में सभी संबंधित अधिकारियों और कर्मियों की भी भूमिका संदिग्ध दिखती है। जैसे-जैसे जांच का दायरा बढ़ेगा वैसे वैसे अधिकारियों की भी सांसे फूलने लगेगी।

डीएम ने कहा कार्रवाई होगी
भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस रखने वाले नालंदा के डीएम योगेंद्र सिंह ने जांच के लिए त्रिस्तरीय जांच टीम का गठन कर दिया है। उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय जांच टीम को लोकयुक्त के यहां रिपोर्ट से संबंधित प्रतिवेदन को सौपना है। उन्होंने बताया कि जांच में दोषी पाये जाने वाले एचएम,प्रभारी एचएम,कर्मी और अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज कराया जाएगा।

किन किन स्कूलों के हेडमास्टर पर लगा आरोप
1. एस एस बालिका हाई स्कूल, बिहारशरीफ
2. उच्च विद्यालय बड़ी पहाड़ी, बिहारशरीफ
3. बिहार टाउन उच्च विद्यालय,बिहारशरीफ
4. रा उच्च विद्यालय सहोखर,बिहारशरीफ
5. सोगरा हाई स्कूल बिहारशरीफ
6. राजकीय उच्च विद्यालय राणाबिगहा
7. हाजी निसाउद्दीन उ वि गिरियक
8. कॉंग्रेस उच्च विद्यालय दशरथपुर
9. उच्च विद्यालय कटौना
10. टेक नारायण उच्च विद्यालय वादी
11.विद्या विहार उच्च विद्याल एकसारा
12. उच्च विद्यालय अंडवस
13. उच्च विद्यालय बेलदारबिगहा राजगीर
14. श्री गांधी उच्च विद्यालय सिलाव
15. उच्च विद्यालय भिंडीडीह सिलाव
16. कस्तूरबा उच्च विद्यालय कोरावा इस्लामपुर
17. राम लाल उच्च विद्यालय खपुरा नगरनौसा
18. मगध उच्च विद्यालय लोदीपुर उसमानपुर
19. उच्च विद्यालय चमहेड़ा रसलपुर
20. श्री शुकदेव एकेडमी एकंगरसराय
21. संत कबीर उच्च विद्यालय मंछाच
22. उच्च विद्यालय तेल्हाड़ा
23. संत बलभाचार्ज उच्च विद्यालय अस्थावां
24. जवाहर कन्या उच्च विद्यालय झींगनगर
25. उच्च विद्यालय बिन्द
26. उच्च विद्यालय हरनौत
27. उच्च माध्यमिक विद्यालय नूरसराय
28. प्रो कमला नेहरू कन्या उच्च विद्यालय चंडासी
29. उच्च विद्यालय हुसैनपुर
30. वीरचंद पटेल उच्च विद्यालय पेशौर
31. उच्च विद्यालय सरमेरा
32. उच्च विद्यालय गोपालबाद प्राणावां

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