
बिहारशरीफ में आम धारणा है कि आप जिधर जाएंगे उधर आपको दो ही चीज दिखेगी. एक तो कोचिंग और दूसरा डॉक्टरों की क्लिनिक. लेकिन ये बात सुनकर आपको थोड़ा अटपटा लगेगा कि नालंदा में एक भी कोचिंग संस्थान नहीं है. लेकिन सरकारी आंकड़ों की हकीकत यही है. ये हाल सिर्फ नालंदा का ही नहीं बल्कि बिहार के तकरीबन सभी जिलों का है. दरअसल इन सभी जिलों में बिहार कोचिंग एक्ट की धज्जियां उडाई जा रही हैं. कई जिलों में एक भी कोचिंग संस्थान का निबंधन नहीं हुआ है जबकि कई में काफी कम रजिस्ट्रेशन हुए हैं.
नालंदा में एक भी कोचिंग संस्थान रजिस्टर्ड नहीं
दरअसल, साल 2009 में कोचिंग सेंटरों की मनमानी के खिलाफ छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा था. जिसमें एक छात्र मौत हुई थी. छात्रों के आंदोलन के बाद बिहार सरकार ने साल बिहार कोचिंग एक्ट 2010 लाया था. जिसके तहत हर कोचिंग संस्थान को जिला मुख्यालय में अपना रजिस्ट्रेशन करवाना जरुरी है. लेकिन कानून बनने के 9 साल बाद भी सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा आज तक एक भी कोचिंग का रजिस्ट्रेशन जिला मुख्यालय में नहीं हो पाया है. इस बात का खुलासा आरटीआई के जरिए हुआ है. आरटीआई कार्यकर्ता शिव प्रकाश राय ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी नालंदा जिला प्रशासन से इस बाबत जानकारी मांगी थी. जिसके जवाब में नालंदा जिला प्रशासन ने बताया कि नालंदा जिला में एक भी कोचिंग संस्थान के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन नहीं आया है और न ही उसका निबंधन हुआ है .
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अधिकतर जिलों का नालंदा जैसा ही हाल
नालंदा ही नहीं बिहार राज्य के अधिकतर जिलों का हाल ऐसा ही है. जहां एक भी कोचिंग संस्थान का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है . आंकड़े के मुताबिक नालंदा के पड़ोसी जिले नवादा में 170 लोगों ने अपने कोचिंग के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन दिया है. लेकिन उसका रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है . वहीं, राजधानी पटना की ही बात करें तो लगभग 8 हजार से ज्यादा कोचिंग संस्थान बिना निबंधन के चलाए जा रहे हैं. इन पर कोई कार्रवाई करने वाला नहीं है.
किस जिले में कितने कोचिंग
जिला आवेदन निबंधन जुर्माना
नालंदा 00 00 00
भोजपुर 00 00 00
मुंगेर 00 00 00
बांका 09 00 00
अररिया 03 00 00
कटिहार 12 00 00
सीवान 225 00 00
मुजफ्फरपुर 166 00 00
औरंगाबाद 102 47 23 को बंद करने का आदेश
दरभंगा 128 00 00
नवादा 170 00 00
गोपालगंज 15 00 00
पटना 978 286 111 रद्द, 581 संस्थानों की जांच जारी
बक्सर 94 61 00
बेगूसराय 67 00 00
भागलपुर 267 00 00
समस्तीपुर 33 00 00
खगड़िया 20 00 00
सारण 151 40 39 को दंडित किया गया
सूरत हादसे से भी नहीं मिली सीख
गौरतलब है कि पिछले दिनों सूरत में एक कोचिंग संस्थान में आग लगी. इसमें 20 से अधिक छात्रों और शिक्षकों की मौत हो गई थी.बिहार के प्रत्येक जिले में हजारों कोचिंग संस्थान संचालित हो रहे हैं, सवाल ये है कि क्या बिहार में भी सूरत जैसी ही किसी घटना का इंतजार है.