पहले बीवी को मारी तीन गोली, फिर की खुदकुशी.. जानिए पूरी कहानी

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एक दिल दहलाने की वाली वारदात सामने आई है। पहले बीवी को तीन गोली मारी फिर अपनी कनपटी में सटाकर गोली मारकर खुदकुशी कर ली। पति-पत्नी दोनों बिहारशरीफ के रहने वाले थे। पूरी कहानी बताएंगे। लेकिन उससे पहले जान लीजिए कि ये पति-पत्नी कौन थे। पति का नाम रंजीत कुमार है। रंजीत बीएसएफ में कांस्टेबल थे और उनकी पोस्टिंग कोलकाता में थी। रंजीत बिहारशरीफ के कल्याणपुर मोहल्ले का रहने वाला था। जबकि पत्नी का नाम रजनी है और वो तमिलनाडु की त्रिची में रेलवे में सेक्शन कंट्रोलर के पद पर तैनात थीं। रजनी बिहारशरीफ के नई सराय की रहने वाली थी। बहुत धूमधाम से दोनों की शादी हुई थी। दोनों की सात साल की बेटी भी है। बेटी का नाम माही है। माही मम्मी-पापा से दूर बिहारशरीफ में अपनी नानी के साथ रहती है।

शनिवार को रंजीत अपनी पत्नी रजनी से मिलने कोलकाता से तमिलनाडु के त्रिची पहुंचा। रजनी घर पर उसका इंतजार कर रही थी। दोनों में सब कुछ सामान्य था। लेकिन इसी बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई। रजनी ने अपनी मां को बिहारशरीफ में फोन लगाया। रंजीत का गुस्सा बढ़ता जा रहा था। वो बार-बार चिल्ला रहा था। रंजीत के चिल्लाने की आवाज फोन पर उसकी सास यानि रजनी की मां को सुनाई दे रही थी। रजनी की मां ने अपनी बेटी से पूछा.. मेहमान क्यों गुस्सा कर रहे हैं ? क्या हुआ है तुम दोनों में ? किस बात को लेकर लड़ाई हुई है? रजनी की मां अपनी बेटी यानि रजनी से यही सब सवाल पूछ ही रही थी कि अचानक फोन पर उन्हें अचानक गोली की आवाज सुनाई दी। रंजीत ने अपने सर्विस रिवॉल्वर से एक-एक कर तीन गोलियों रजनी के सीने में उतार दी। पत्नी को तीन गोली मारने के बाद रंजीत ने अपनी कनपटी में सटाकर खुद को गोली मार ली। रंजीत की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि पड़ोसियों ने पुलिस की मदद से आनन-फानन में रजनी को अस्पताल पहुंचाया। जहां उसकी मौत हो गई। उधर, फोन पर गोली की आवाज सुनकर और बेटी की खामोशी से रजनी की मां गीता देवी परेशान हो उठीं। उन्होंने तुरंत अपने बेटों को घटना के बारे में बताया। सब ने फोन कर संपर्क साधने की कोशिश की। लेकिन किसी को कोई जानकारी नहीं मिल रही थी। वारदात के करीब 5 घंटे बाद रजनी के परिजनों की इसकी खबर मिली । जिसके बाद उसके घर में हाहाकार मच गया।

रजनी के घरवालों का आरोप
13 साल पहले यानि साल 9 दिसंबर 2005 में रजनी और रंजीत की शादी हुई थी। रंजीत बीएसएफ में नौकरी करता था। रजनी बिहार पुलिस में नौकरी कर रही थी। कुछ दिन बाद उसकी नौकरी रेलवे में हो गई। जिसके बाद उसने बिहार पुलिस की नौकरी छोड़कर रेलवे की नौकरी ज्वाइन कर लिया। रजनी की पोस्टिग तमिलनाडु के त्रिची में हो गया। रजनी के घर वालों के मुताबिक रंजीत का परिवार अक्सर उनकी बेटी से पैसे की मांग करता था। कुछ दिन पहले रंजीत ने रजनी के अकाउंट से चार लाख रुपए निकाल लिए थे और पैसे की मांग भी करते थे। रंजीत के घरवालों ने इन आरोपों का खंडन किया है।

रंजीत के परिवार वालों का पलटवार
रंजीत के दो भाई हैं। दोनों भाई सरकारी नौकरी करते हैं। रंजीत के पिता जी भी गल्ला का कारोबार करते हैं। ऐसे में उनका कहना है कि घर में सब कमाने वाले हैं फिर पैसे को लेकर क्यों कलह होगी। रंजीत के परिजनों के मुताबिक रंजीत को चार महीने पहले गले में प्रॉब्लम हुई थी। इसके इलाज के लिए वो दिल्ली भी गया था। ऑपरेशन में अच्छे खासे पैसे खर्च हुए थे। उसके बाद रंजीत ने इसके इलाज के लिए वेल्लोर जाने की बात कहा था और इसी सिलसिले में वो त्रिची गया था। रंजीत के घरवालों के मुताबिक उन्हें कभी बहू का सुख नहीं मिला। बहू नौकरी की वजह से दोनों साथ- साथ नहीं रही रहे।

जहां तक इलाज के लिए पैसों की बात है तो वो गले नहीं उतरता है। क्योंकि दोनों सर्विस में थे और इलाज के लिए सरकार पैसे देती है। ऐसे में जितना भी पैसा खर्च हुआ होगा वो तो इन्हें मिल गया होगा ? जहां तक बात हत्या और खुदकुशी की है तो ये लगता है कि दोनों लंबे समय से अलग-अलग नौकरी कर रहे थे। इस वजह से दोनों के रिश्तों में तनाव आ गया होगा। जिसकी परिणति के रुप में घटना सामने आई है। हालांकि ये जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि इसमें क्या हुआ है। लेकिन इन दोनों के झगड़े में दो परिवार तो बर्बाद हुआ ही। उस बेचारी माही की क्या गलती थी । जिसके सिर से माता-पिता दोनों का साया छिन गया।

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