
बिहार में अपराध की वारदात थमने का नाम नहीं ले रहा है। अपराधियों ने प्रोफेसर जयजय यादव की गोली मारकर हत्या कर दी है. जयजय राम यादव का पहले अपहरण किया गया फिर दो-दो गोली मारकर हत्या कर दी. प्रोफेसर साहब का बेटा हरिओम भी लापता है.
क्या है पूरा मामला
मामला मधेपुरा जिला के उदाकिशुनगंज की है. जहां के BSS चंद्रकांता कॉलेज के प्रोफेसर जयजय राम यादव की दो-दो गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। एक गोली पंजरे और दूसरी पीठ पर लगी है। उनका शव उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र के ही शाहजादपुर पंचायत के डेहरा नदी के पास एक खेत से बरामद किया गया है।
पत्नी ने जताई थी अपहरण की आशंका
प्रोफेसर जयजय राम यादव उदाकिशुनगंज के ठठेरी टोला वार्ड- 13 में अपने परिवार के साथ रहते थे. प्रोफेसर जयजय राम यादव की पत्नी सुनीता देवी ने थानाध्यक्ष शशिभूषण सिंह के ह्वाट्सएप पर मैसेज भेजकर अपने पति के अपहरण की आशंका जताई थी। प्रोफेसर की पत्नी ने कहा था कि उनके पति का अपहरण कर लिया गया है। साथ में उनका पुत्र हरिओम भी है।
सूचना मिलने के साथ एक्टिव हुई पुलिस
सूचना मिलने के बाद पुलिस ने शाहजादपुर पंचायत के डेहरा नदी के आसपास छानबीन की। इसी दौरान एक चप्पल दिखे जिसे देखकर लोगों को शक हुआ कि मकई खेत में कोई व्यक्ति है। पास जाकर देखा तो पाया कि वहां एक लाश पड़ी हुई है। लाश को देखते ही लोगों ने हल्ला शुरू कर दिया। बाद में शव की पहचान प्रोफेसर जयजय राम यादव के रूप में की गई।
प्रोफेसर के दोनों बेटे अपराधी प्रवृति के थे
बताया जा रहा है कि प्रोफेसर जय जयराम यादव को दो बेटे हैं। एक हरिओम और दूसरा मुरारी है। दोनों अपराधी प्रवृति के हैं। कई थानों में दोनों पर कई संगीन केस भी दर्ज है। दोनों कुछ दिन पूर्व तक जेल में थे। ग्रामीणों की मानें तो पुत्र हरिओम कुछ सप्ताह पूर्व ही जेल से छूट कर बाहर आया था। लोग दबी जुबान से कह रहे हैं कि पिता से पुत्र बेल कराने के लिए रुपए की मांग किया करता था। लेकिन रुपए नहीं देने के कारण दोनों पुत्र का अपने पिता से संबंध अच्छा नहीं था।