बिहारशरीफ में अवैध तरीके से संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर बड़ा एक्शन हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील कर दिया है । जबकि बाकी के अल्ट्रासाउंड सेंटर वालों ने अंदर से ही बंद कर लिया।
विकास अल्ट्रासाउंड सेंटर सील
नालंदा के सिविल सर्जन ने अवैध तरीक से चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटर और पैथोलॉजी सेंटर की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है । जो जगह-जगह छापेमारी कर रही है । इसी टीम ने रांची रोड स्थित विकास अल्ट्रासाउंड को सील कर दिया।
राज अल्ट्रासाउंड सेंटर पर होगी कार्रवाई
विकास अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील करने के बाद जांच टीम राज अल्ट्रासाउंड सेंटर पहुंची। लेकिन टीम के पहुंचने से पहले ही संचालक ने सेंटर को अंदर से बंद कर लिया गया था। जिसपर सिविल सर्जन डॉ. राम सिंह ने कहा कि जो भी अल्ट्रासाउंड संचालक सेंटर बंद कर चले गये थे उनकी भी जांच होगी। अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड सेंटर चलाने वाले लोगों पर कार्रवाई होगी।
पहले ही रद्द हो चुका है रजिस्ट्रेशन
सिविल सर्जन डॉ राम सिंह के मुताबिक जिस अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील किया गया है उसके संचालक के पास कोई डिग्री नहीं रहने के कारण पहले ही रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया था। फिर भी सेंटर का संचालन किया जा रहा था। बुधवार को जांच के दौरान भी चिकित्सक की जगह एक महिला अल्ट्रासाउंड कर रही थी। यदि पुन: सेंटर का संचालन करते पाया गया तो एफआईआर दर्ज करायी जायेगी। उन्होंने बताया कि कई जगहों से सूचना मिल रही है कि कुछ अल्ट्रासाउंड सेंटर में अवैध तरीके से भ्रूण जांच की जा रही है। यह कानून अपराध है।
पैथोलॉजी सेंटर पर भी नजर
सिविल सर्जन ने बताया कि मानक के अनुरूप संचालित नहीं होने वाले पैथोलॉजी को भी बंद किया जाएगा। आपको बता दें कि पैथोलॉजी सेंटर पर पहले भी कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे लेकिन पैथोलॉजी संचालकों के हड़ताल पर चले जाने की वजह से कार्रवाई नहीं हुई थी
छापेमारी के दौरान नहीं मिली पुलिस
सीएस ने छापेमारी में सहयोग के लिए पुलिस बल नहीं मिलने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने बताया कि एसडीओ से उन्होंने पुलिस बल उपलब्ध कराने को कहा था लेकिन उन्हें थाना जाने को कहा गया।