
नालंदा के बैंक मैनेजर जयवर्धन हत्याकांड में पुलिस ने खुलासा किया है। नालंदा पुलिस के मुताबिक हत्याकांड में पांच बदमाश संलिप्त हैं। जिसमें तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
‘बैंक मैनेजर का पड़ोसी निकला मास्टर माइंड’
मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के मैनेजर जयवर्धन की हत्या उसके पड़ोसी ने ही करवाई है। ये दावा नालंदा पुलिस किया है। पुलिस के मुताबिक प्रबंधक का पड़ोसी बबलू सिंह इस घटना का मास्टर माइंड है। इसका खुलासा पुलिस पूछताछ में हुई। पुलिस का कहना है कि उसी गाड़ी में बैंक मैनेजर की हत्या कर शव को ले जाया गया था। उस कार के ड्राइवर ने पुलिस पूछताछ में इसका खुलासा किया। ड्राइवर चंदन के मुताबिक बैंक मैनेजर जयवर्धन के पड़ोसी ने ही भाड़े पर गाड़ी ली थी। पुलिस टीम मास्टर माइंड और उसके सहयोगियों की तलाश में जुटी है।

नालंदा पुलिस ने जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उसमें नालंदा थाना के बेगमपुर के रहने वाले विनोद सिंह का पुत्र मिट्ठू कुमार, मुस्तफापुर गांव के रहने वाले सुनील सिंह का बेटा कृष्णा कुमार उर्फ बौआजी और नूरसराय के पपरलनौसा गांव के विनोद सिंह का बेटा चंदन कुमार। जो कार का ड्राइवर है। चंदन की कार में ही जयवर्धन का डेड बॉडी राजगीर से तिलैया डैम ले जाया गया था। इस मामले में नवादा के अकबरपुर थाना क्षेत्र के बुधौली गांव निवासी हरिहर सिंह के पुत्र अजय कुमार की गिरफ्तारी हुई थी।
‘ड्राइवर चंदन शातिर बदमाश है’
जयवर्धन हत्याकांड में गिरफ्तार कार ड्राइवर चंदन शातिर बदमाश है। वो अपहरण और हत्या के मामले में पहले भी जेल जा चुका है। कुछ महीने पहले ही उसने एक ड्राइवर की हत्या कर लग्जरी वाहन गायब किया था। इस मामले में भी वो जेल जा चुका है।
‘हत्या के बाद खून के निशान मिटाए थे’
बैंक मैनेजर जयवर्धन की हत्या राजगीर के बेलौर में हुई थी। बदमाशों ने हत्या के बाद घटनास्थल से खून के निशान मिटाए थे। हालांकि अबतक ये साफ नहीं हो पाया है कि आखिर बबलू सिंह ने जयवर्धन की हत्या क्यों करवाई? हालांकि पुलिस किसी दुश्मनी की अंदेशा जता रही है। लेकिन तस्वीर साफ तब ही हो पाएगी जब बबलू सिंह की गिरफ्तारी होगी ।
आपको बता दें कि नालंदा थाना क्षेत्र के दामनखंधा गांव के रहने वाले जयवर्धन कुमार शेखपुरा जिला के कसार में ग्रामीण बैंक की शाखा में बैंक मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। इसके अलावा उनका एक पेट्रोल पंप भी है। 27 सितंबर को बैंक से ड्यूटी कर लौटने के दौरान वो लापता हो गए। अगले दिन राजगीर के बेलौर गांव के समीप नहर से उनका बैग और दो खोखा मिला था। जिसके बाद राजगीर थाना में अपहरण की एफआईआर दर्ज कर पुलिस उनकी बरामदगी के लिए कार्रवाई में जुटी है।