
बिहारशरीफ के अड्डापर मोहल्ले की रहने वाली मेघा ने अपने पापा के सामने ही तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।पापा अवधेश प्रसाद भी अपनी लाड़ली को नहीं बचा पाए। वो खुद असहाय की तरह पड़े रहे। उनकी आंखों के सामने उनकी लाडो ने दम तोड़ दिया। सोचिए, एक पिता के लिए कितना दुखद वो क्षण होगा। दरअसल, सोहसराय के अड्डापर मोहल्ले की रहने वाले अवधेश प्रसाद अपनी बेटी मेघा को बाइक से लेकर बख्तियारपुर जा रहे थे। मेघा बख्तियारपुर के रामलखन सिंह यादव कॉलेज में पीजी की छात्रा थी और पीजी का ही फॉर्म भरने ही वो अपने पापा के साथ जा रही थी। बताया जा रहा है कि जैसे ही वो गंगा पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास पहुंचे। तेज रफ्तार गाड़ी ने टक्कर मार दिया। जिसमें मौके पर ही 23 साल की मेघा की मौत हो गई। जबकि अवधेश प्रसाद गंभीर रुप से जख्मी हो गए। हादसे के बाद वहां से गुजर रहे लोग मदद के लिए पहुंचे। आनन फानन में अवधेश प्रसाद को इलाज के लिए बिहारशरीफ के सदर अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से फिर बिहारशरीफ के ही एक निजी क्लीनिक में कराया जा रहा है। मेघा की मौत से पूरा मोहल्ला स्तब्ध है। मोहल्लावासियों के मुताबिक मेघा पढ़ने में अच्छी थी और एमएमसी करने के बाद वो रिसर्चर बनना चाहती थी।