
भारत सरकार नालंदा जिला के आसूचना इकाई के प्रभारी मो. मुश्ताक अहमद को सम्मानित करेगी. डीआईयू मोहम्मद मुश्ताक अहमद को केंद्रीय गृह मंत्रालय असाधारण आसूचना कुशलता पदक से सम्मानिक करेगा.
बिहार के पहले डीआईयू प्रभारी होंगे
ये पुरस्कार पाने वाले मुश्ताक अहमद बिहार के पहले डीआईयू होंगे. गृह मंत्रालय ने इस मामले में पत्र लिखकर सूचित किया है और उन्हें बधाई दी है.
किस लिए दिया जाता है ये सम्मान
ये सम्मान भारत सरकार द्वारा केंद्रीय और राज्य खुफिया विभाग के उन कर्मियों को दिया जाता है,जो अपनी जान को जोखिम में डाल कर आतंकवाद,नक्सलवाद और उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों से घटना को रोकथाम करने अथवा संगठन के सदस्यों को पकड़ने में असाधारण साहस और कौशल दिखाते हुए आसूचना जुटाते हैं।
मुश्ताक अहमद ने क्या किया था
नालंदा के जिला खुफिया इकाई प्रभारी मोहम्मद मुश्ताक अहमद को उनके असाधारण कार्य के लिए दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि जब वो एसटीएफ पटना में तैनात थे तो इस दौरान उन्होंने 5 लाख के इनामी नक्सली की गिरफ्तारी करवाई थी
बधाइयों का तांता
मो. मुश्ताक को इस पदक के लिए गृह मंत्रालय द्वारा चयनित किये जाने पर बिहारशरीफ के सदर डीएसपी इमरान परवेज, बिहार थाना के थानाध्यक्ष दीपक कुमार, लहेरी थाना के थानाध्यक्ष बीरेंद्र प्रसाद यादव,दीपनगर थाना के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार समेत कई अन्य पुलिस पदाधिकारी ने उन्हें बधाई दी है.
मो.मुश्ताक ने क्या कहा
देश के प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चयनित होने पर नालंदा के जिला खुफिया इकाई प्रभारी मोहम्मद मुश्ताक ने खुशी जताई. साथ ही कहा कि ये सम्मान उन्हें और ऊर्जा प्रदान करता है। नालंदा लाइव भी जिलावासियों की तरफ से इस सम्मान के लिए उन्हें बधाई देता है ।